Mental health Tips : मुश्किल दिनों में खुद को ऐसे रखें पॉजिटिव, लाइफ में फिर लौट कर आएंगी खुशियां

इन दिनों बहुत से लोगों के जीवन में उदासी, हताशा और अकेलापन छाया हुआ है। यह कोरोना (Covid 19) जैसी महामारी का असर है, इससे अछूता नहीं रहा जा सकता। लेकिन यह समझना होगा कि यदि हमने इस वक्त खुद को नहीं संभाला, जीवन में उत्साह-उमंग और ऊर्जा नहीं समेटी तो इसमें हमारा ही नहीं, हमारे परिवार का भी अहित है।;

Update: 2021-08-05 12:56 GMT

Mental health Tips : इन दिनों बहुत से लोगों के जीवन में उदासी, हताशा और अकेलापन छाया हुआ है। यह कोरोना (Covid 19) जैसी महामारी का असर है, इससे अछूता नहीं रहा जा सकता। लेकिन यह समझना होगा कि यदि हमने इस वक्त खुद को नहीं संभाला, जीवन में उत्साह-उमंग और ऊर्जा नहीं समेटी तो इसमें हमारा ही नहीं, हमारे परिवार का भी अहित है। इस स्थिति से बचा जा सकता है। इसके लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना होगा, कुछ आदतों को अपने व्यवहार में शामिल करना होगा, जो लाइफ पॉजिटिव (Life Positive) बनाएंगी।

जो हो गया उसे स्वीकार (Accept) लें 

इन दिनों उदासी-हताशा की असल वजह है, उम्मीद के विपरीत जीवन में कुछ बुरा घट जाना, नुकसान होना या किसी अपने का बिछड़ जाना। ऐसे में विषम स्थितियों और बिखरे हुए मन के बावजूद आपको अपने आपसे यह सवाल पूछना होगा, क्या इस तरह की उदासी, चिंता या हताशा से नुकसान की भरपाई हो सकेगी या फिर बिछड़ चुका परिजन वापस आ जाएगा? निश्चित रूप से आपको इसका जवाब ना में ही मिलेगा। जाहिर है, ऐसी मानसिक स्थिति में आप अपना स्वास्थ्य खराब कर रही हैं, साथ ही काम करने की अपनी कीमती ऊर्जा को नष्ट कर रही हैं। इस संबंध में दार्शनिक विलियम जेम्स की सलाह बहुत उपयोगी है। उनका कहना है, 'जो हो गया, उसे स्वीकार कर लो।' यह बात बिल्कुल सही है। स्वीकार करना ही किसी बुरी घटना के परिणामों से उबरने का पहला कदम है।

अपनी क्षमताओं का आकलन करें

विपरीत परिस्थितियों में घबराने या हताश होने की बजाय मजबूत रहने का प्रयास करना चाहिए। यकीन मानिए, इस प्रयास से आप मजबूत होंगी। इसके लिए आपको अपनी क्षमताओं को याद करना चाहिए, अपने आत्मविश्वास को बढ़ाना चाहिए। अमेरिका स्थित येल यूनिवर्सिटी (Yale University) में साइकोलॉजी की प्रोफेसर लोरी सेंटोस कहती हैं, 'आप अपनी क्षमताओं के एक्सपर्ट खुद हैं। इनका आकलन आप से बेहतर कोई और नहीं कर सकता।' अमेरिकी साइकोथैरेपिस्ट नथेनियल ब्रांडेन भी कहते हैं, 'जीवन मूल्यों से संबंधित कोई भी निर्णय मनुष्य के लिए इतना अहम नहीं है, कोई भी तत्व उसके मनोवैज्ञानिक विकास और प्रेरणा में इतना निर्णायक नहीं है, जितना कि अपनी क्षमताओं के बारे में उनका अपना अनुमान।' इसलिए जब आप अपनी क्षमताओं को जानेंगी तो दुख-हताशा से उबर कर जल्द ही आगे कदम बढ़ाने की ऊर्जा प्राप्त कर लेंगी।

नकारात्मक (Negative Thoughts)विचारों से बनाएं दूरी

जिंदगी का सफर बहुत लंबा होता है। एक ही जगह ज्यादा देर तक पड़ाव डालकर ठहर जाएंगी तो आगे की यात्रा पूरी कैसे करेंगी? फिर देर होगी तो अपनी जिंदगी के बचे हुए लक्ष्य कैसे हासिल करेंगी? इसलिए जीवन में जब भी कोई हादसा हो, विषम स्थितियां आएं तो पहले खुद को संभालें और आगे की राह पकड़ें। ऐसा करना जरूरी है, क्योंकि आप लगातार एक ही समस्या के बारे में सोचती रहेंगी तो जो समस्याएं आगे आ सकती हैं, उनका समाधान कब और कैसे करेंगी? महान दार्शनिक एपिकटेटस ने कहा था, 'अपने शरीर से फोड़ों को हटाने के लिए हम जितने चिंतित होते हैं, अपने मस्तिष्क से नकारात्मक विचारों को हटाने के लिए हमें उससे ज्यादा चिंतित होना चाहिए।' सच भी है, नकारात्मक विचारों को दूर करके ही जीवन को बेहतर बनाने की राह पर आगे बढ़ा जा सकता है।

अपने आपसे खुश रहने का वादा करें

पॉजिटिव तभी रहा जा सकता है, जब आप खुद खुश रहें। बेस्ट सेलर बुक 'साइको साइबरनेटिक्स' के राइटर मैक्सवेल मार्टज का कहना है, 'हमें खुश, आशावान, सक्रिय और ऊर्जावान रहने के लिए सबसे पहले खुद से खुश रहने का वादा करना होगा। इसके लिए दूसरों से दोस्ताना व्यवहार रखना होगा, दूसरों की बुराई करने से बचना होगा। अपनी पर्सनालिटी को निखारने के लिए कॉन्शस रहना होगा। साथ ही खुद में निराशा के भाव आने से रोकना होगा। मुस्कुराना होगा।' इन सबके साथ किसी भी परिस्थिति में भावनाओं में ना बहना, शांत मन रखना, तथ्यों के आधार पर व्यवहार करना सीखना होगा। तभी मुश्किल समय से पार पाया जा सकता है। जीवन को खुशहाल बनाया जा सकता है।

खुश रहने के तीन आसान तरीके

लीडरशिप कोच नवीन खजांची भी खुशियां पाने के तीन आसान तरीके बताते हैं-

- जो वर्तमान परिस्थितियां आपके सामने हैं, उन्हें स्वीकार कर लें।

- अपने विचारों, अपेक्षाओं, डर को इस तरह संभालें कि उन्हें नकारात्मक से सकारात्मक (Positive)बनाया जा सके।

- आप जो हैं, उसका सर्वोत्तम इस्तेमाल करें, तभी मुश्किलों से बाहर आ पाएंगे।

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