Heart Attack: बाल-बाल बचीं सुष्मिता... सतीश कौशिक ने गंवाई जान, जानें महिलाओं और पुरुषों में हार्ट अटैक के लक्षण
Satish Kaushik: हार्ट अटैक के कारण बॉलीवुड के बेहतरीन कलाकार सतीश कौशिक ने गंवाई अपनी जान, जानें इसके लक्षण और कैसे बचाव करें।;
Satish Kaushik Cause Of Death Is Heart Attack: बॉलीवुड के दिग्गज डायरेक्टर और एक्टर सतीश कौशिक के फैंस के लिए गुरुवार का दिन बहुत ही दुखद रहा। सतीश कौशिक के प्रियजन और फैंस उनके निधन की खबर सुनकर गमगीन हो गए हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि 66 साल की उम्र में सतीश कौशिक को कथित तौर पर दिल का दौरा पड़ा। इस वक्त एक्टर गुरुग्राम में किसी से मिलने के लिए कार में सफर कर रहे थे। चलते-चलते अचानक कौशिक की हालत बिगड़ने लगी तो उन्हें गुरुग्राम में फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया और उनके पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के लिए मुंबई लाया गया।
बता दें कि काफी समय से देश ही नहीं दुनिया में भी हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं, हालही में पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेना को भी हार्ट अटैक का सामना करना पड़ा था, लेकिन एक्ट्रेस की फिटनेस और डॉक्टरों के बेहतरीन ट्रीटमेंट से उनकी जान बच गई। हालांकि हार्ट अटैक के कारण हम सभी ने बॉलीवुड के बहुत ही टैलेंटेड कलाकार सतीश कौशिक को खो दिया। आइये जानें हार्ट अटैक क्या है और पुरुषों और महिलाओं में इसके कौन से लक्षण दिखाई देते हैं।
Heart Attack क्या है
इंसान को दिल का दौरा पड़ना अपने आप मेड बहुत ही घातक स्थिति है, जिसमें आर्टरीज में किसी तरह की समस्या या रुकावट के कारण हृदय को ब्लड और ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पाती है। यह हाई कोलेस्ट्रॉल या हाई ब्लड प्रेशर के कारण भी हो सकता है। अगर इस स्थिति का तुरंत इलाज नहीं किया जाता है तो इंसान की मृत्यु हो सकती है। बहुत से मामलों में दिल का दौरा अचानक पड़ सकता है, वहीं कुछ मामलों में यह धीरे-धीरे भी आ सकता है। हार्ट अटैक के लक्षण कभी-कभी एसिड रिफ्लक्स से मिलते जुलते भी हो सकते हैं। जिस वजह से लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं।
हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण क्या हैं
सीने में दर्द को हार्ट अटैक का शुरूआती लक्षण माना जाता है। लेकिन यह दर्द कई तरह से अलग हो सकता है। इसके अलावा ये लक्षण नजर आते हैं:-
- जबड़े में दर्द
- बांह का दर्द
- सीने में जकड़न
- थकान
- ठंडा पसीना
- सांस लेने में कठिनाई
- पीठ में दर्द
- चक्कर आना
- स्ट्रेस होना
- असामान्य दिल की धड़कन
महिलाओं और पुरुषों में अलग होता है डेथ रेट
हार्ट अटैक पूरी दुनिया के साथ ही भारत में भी पुरुषों और महिलाओं में मृत्यु का प्रमुख कारण बना हुआ है। दोनों ही जेंडर के लिए हार्ट अटैक का जोखिम बहुत ही गंभीर है, लेकिन हृदय रोग पुरुषों और महिलाओं को अलग तरह से प्रभावित करता है। महिलाओं और पुरुषों की हार्ट अटैक के कारण हुई मौतों और अलग लक्षणों को लेकर बहुत से शोध किए जा चुके हैं। जिनके मुताबिक भारत में सालभर के अंदर एक करोड़ से ज्यादा लोग इस गंभीर बीमारी के चलते अपनी जान गंवाते हैं। हार्ट अटैक के कारण होने वाली मौतों में पुरुषों का आंकड़ा 20.3% और महिलाओं का आंकड़ा 16.9 प्रतिशत रहा है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मृत्यु दर कम होने के बावजूद, रिपोर्टों ने महिलाओं को उच्च जोखिम पर बताया है। बता दें कि कई बार हार्ट अटैक के लक्षण आपके जेंडर के मुताबिक अलग-अलग भी हो सकते हैं।
पुरुषों में हार्ट अटैक के लक्षण क्या है
- सीने में दर्द या बहुत ज्यादा दबाव महसूस होना।
- सीने पर भारीपन आता-जाता रहता है, जो कि कभी एक समान रहता है और कभी-कभी यह दर्द गंभीर भी हो सकता है।
- इस दौरान हाथों में, बाएं कंधे, पीठ, गर्दन, जबड़े या फिर पेट में दर्द महसूस हो सकता है।
- दिल की धड़कनों का तेज या अनियमित होना भी एक लक्षण है।
- पेट संबंधी समस्याएं होने लगती है, जैसे कि अपच महसूस होती है।
- सांस फूलने लगती है, ऐसा महसूस होता है कि आपको सांस लेने के लिए हवा ही नहीं मिल रही है।
- आराम करते समय भी चक्कर आते हैं, जैसे आप बेहोश होने वाले हों।
- ठंडा पसीना आने लगता है।
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं
- कई दिनों तक लगातार थकावट महसूस होना या अचानक ही बहुत ज्यादा थकान होने लगना।
- नींद आने में परेशानी होना
- बेचैनी महसूस होना
- चक्कर आना
- सांस लेने में दिक्कत
- पाचन से जुड़ी दिक्कत
- पीठ, कंधे या गले में दर्द
- जबड़े में दर्द या फिर ऐसा दर्द जो जबड़े तक पहुंच रहा हो
- सीने के बीच में दबाव या दर्द महसूस होना, जो हाथों तक पहुंच जाए।
आइये जानें हार्ट अटैक के खतरे को कैसे कम करें
डॉक्टर दिल के दौरे के जोखिम को कम करने के लिए निम्नलिखित सलाह देते हैं:
- धूम्रपान और शराब पीना छोड़ दें।
- हैल्दी फैट्स ज्यादा खाएं
- फल और सब्जियां खाएं
- रोजाना एक्सरसाइज करें
- ज्यादा वजन या मोटापे से बचें
- नमकीन खाना कम खाएं
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें।