बैड से गुड हो जाएगा मूड
बैड यानी खराब मूड में रहना किसी को भी पसंद नहीं होता है। लेकिन कई लोग लंबे समय तक इस कंडीशन से बाहर नहीं निकल पाते हैं। जबकि कुछ छोटी-छोटी बातों को आजमाकर अपने बैड मूड को गुड मूड में बदल सकते हैं।;
जब हमारा किसी काम में मन नहीं लगता, कोई चीज अच्छी नहीं लगती, हर बात पर गुस्सा आता है तो इसका मतलब है कि हम बैड मूड में हैं। बैड मूड में होने पर पूरा दिन खराब हो जाता है, कोई प्रोडक्टिव काम नहीं हो पाता है। ऐसी कंडीशन से हमें बचना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि बैड मूड को अच्छे मूड में बदलने की कोशिश करें। ऐसा करना बहुत आसान है।
खुद को बिजी कर लें
जब भी मूड खराब हो तो गुमसुम होकर अकेले न बैठें। जब हम मूड खराब होने की स्थिति में चुपचाप बैठे रहते हैं तो घंटों इसी के बारे में सोचते रहते हैं। ऐसी स्थिति में हम कोई सही फैसला नहीं कर पाते हैं। खराब मूड लगातार हमारे द्वारा लिए जा रहे गलत फैसलों से और खराब हो जाता है। ऐसे में बेहतर है कि खाली बैठने की बजाय इस समय खुद को किसी काम में बिजी कर लें। मसलन-डायरी लिखें, मनपसंद गाने सुनें और अगर रुचि हो तो कोई फिल्म देखने लग जाएं। मूड सही हो जाएगा।
बदल दें रूटीन
यह तय है कि सफल जिंदगी में एक प्रोग्राम, एक सिस्टम होना जरूरी है। लेकिन जिंदगी का हर पल जब पहले से ही तय हो जाए तो जीवन मशीनी हो जाता है। इससे बोरियत होने लगती है, मूड खराब होने लगता है। अगर आपके बैड मूड का कारण कहीं न कहीं आपकी स्टीरियोटाइप लाइफ है, तो इसे बदल दें। अलग तरह से दिन को प्लान करें। इससे मूड सही हो जाएगा।
सहेली को फोन करें
फोन से की जाने वाली बातचीत खासकर अपनी सहेली के साथ की जाने वाली बातचीत, आमने-सामने होने वाली बातचीत जैसा सुख देती है। जब मूड खराब हो, कुछ सूझ न रहा हो, तो अपनी सबसे करीबी सहेली को फोन मिला लें, उसके साथ 15-20 मिनट की अच्छी गुफ्तगू, बिगड़े हुए मूड को दुरुस्त कर देगी।
कुछ मनपसंद खाएं
जब भी लगे कि मूड कुछ ज्यादा ही खराब है और सोच न पा रही हों कि इसे कैसे सही करें। ऐसे में एक जानी-पहचानी तरकीब यह है कि जो चीज सबसे ज्यादा पसंद करती हों, उसे खाएं। अगर आपमें खाना बनाने का धैर्य है तो खुद बनाएं वरना ऑर्डर करें। इससे आपका मूड सही हो जाएगा।
खुद के लिए तैयार हों
अकसर आप फंक्शन या आउटिंग में जाने के लिए तैयार होती हैं, सजती-संवरती हैं। कई बार अपने पार्टनर के लिए भी तैयार होती हैं। लेकिन अपने लिए भी तैयार होना सीखें। इससे भी खराब मूड अच्छा होता है। जब हम अपने लिए तैयार होती हैं तो इससे खुशी महसूस होती हैं।