Chhath Puja के वक्त महिलाएं नाक तक लगाती हैं सिंदूर, जानिए क्यों बहुत जरुरी है ये रिवाज

छठ पूजा के वक्त महिलाएं क्यों लगाती हैं लंबा सिंदूर? इस रिवाज के पीछे ये है बड़ी वजह;

Update: 2022-10-30 09:24 GMT

Importance of Long Sindoor in Chhath Puja: दिवाली (Diwali) की रौशनी के बाद देशभर में छठ महापर्व की धूमधाम देखने को मिल रही है, बता दें कि छठ का यह त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। यह उत्सव चतुर्थी तिथि को नहाय खाय के साथ शुरू होता है और उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद सप्तमी को खत्म हो जाता है। इस दिन, भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा करके सबसे कठिन निर्जला व्रतों में से एक की शुरुआत होती है। छठ का व्रत (Chhath Vrat) संतान और पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। आप सभी ने ध्यान दिया होगा कि छठ व्रत करने वाली महिलायें नाक से सिंदूर (Importance Of Sindur In Chhath Puja) लगाना शुरू करती हैं, लेकिन नाक से पूरे सिर को कवर करते हुए सिंदूर क्यों लगाया जाता है? दरअसल छठ पर्व (Chhath Mahaparv) में सिंदूर का भी बहुत विशेष महत्व होता है। छठ पूजा के दौरान महिलाएं छठी मैया की पूजा करती हैं और मांग में नाक से लंबा सिंदूर (Why Woman Apply Long Sindur During Chhath Puja) लगाती हैं।

छठ पूजा में सिंदूर का महत्व (Importance of Sindoor in Chhath Puja)


त्योहार के चार दिनों के दौरान, महिलाएं अपने पति और बच्चों के लिए तपस्या और भक्ति के साथ उपवास करती हैं। हिंदू धर्म के पवित्र शास्त्रों और मान्यताओं के मुताबिक शादी के बाद महिलाओं के लिए सिंदूर को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। हिंदू संस्कृति (Hindu Culture) में विवाहित महिलाएं दशकों से अपने माथे पर सिंदूर लगा रही हैं।छठ पूजा के दौरान महिलाएं नारंगी रंग का लंबा मोटा सिंदूर लगाती हैं। कहा जाता है कि छठ माता की कृपा से सिंदूर लगाने वाली स्त्री के पति की आयु लंबी होती है। छठ माता की पूजा करने वाली महिलाएं नाक से लेकर मांग तक लंबा सिंदूर भरती हैं, क्योंकि मान्यताओं के मुताबिक ऐसा करने से उनके पति की आयु लंबी होती है।

पति की उम्र से जुड़ा है लंबा सिंदूर लगाने का रिवाज


ऐसा कहा जाता है कि अगर विवाहित महिलाएं (Married Woman) छठ व्रत का पालन करती हैं और पूरे अनुष्ठान के साथ छठ पूजा करती हैं, तो छठ माता उनके घर और परिवार को समृद्धि और खुशियों से भर देती है। व्रत और पूजन करने वाली महिलाओं से भगवान सूर्य (Lord Surya) भी प्रसन्न होते हैं और उनकी किसी भी इच्छा को पूरा करते हैं। कई रिवाजों में माना जाता है कि सिंदूर को माथे से शुरू करके जब तक मांग है तब तक भरना चाहिए। इससे पति की उम्र लंबी होती है, साथ ही ऐसा करने से वह हर काम में बड़ी तरक्की करता है और जीवन में सफलता प्राप्त करता है। यह भी माना जाता है कि विवाहित महिलाओं द्वारा लगाया जाने वाला सिंदूर लंबा होना चाहिए ताकि इसे सभी देख सकें। इसलिए जो महिलाएं व्रत रखती हैं वे छठ पूजा के दौरान नाक से लेकर सिर तक सिंदूर लगाती हैं।

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