Health Tips: वायरल फीवर को हल्के में ना लेते हुए करें सही उपचार, जानें क्या है बीमारी के लक्षण और घेरलू उपाय
वायरल फीवर को हल्के में ना लेते हुए करें सही तरह से उपचार, जानिए क्या (Viral Fever Treatment And Symptoms) है इसके लक्षण:-;
Health Tips: लगातार बदलता मौसम आपने साथ कई तरह की बीमारियां लेकर आता है या यूं कहें कि बीमारियों का घर लेकर आता है। ऐसे में आजकल सबसे ज्यादा जिस बीमारी के होने के चांस होते हैं वह वायरल फीवर और कोल्ड की समस्या है। हर घर में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक कोई न कोई इस समस्या से जूझ रहा होता है। बता दें कि मानव शरीर का तापमान नॉर्मली 98.6 फारेनहाइट होता है, लेकिन इससे ज्यादा तापमान होना बुखार की श्रेणी में आता है। वायरल बुखार एयरबोर्न वायरल इंफेक्शन के कारण होता है, जो की हवा से फैलता है। हम आपको सतर्क करना चाहेंगे कि वायरल फीवर को नॉर्मल सा बुखार समझकर हल्के में न लें, क्योंकि आप अगर लापरवाही बरतेंगे तो कम से कम एक हफ्ते या इससे ज्यादा वक्त के लिए बेड पर रेस्ट करना पड़ सकता है। आज कि इस खबर में हम आपको वायरल फीवर से जुड़ी कुछ अहम (Know Symptoms And Treatment Of Viral Fever) बातों के बारे में बताएंगे, तो चलिए शुरू करते हैं।
शरीर में दिखें यह लक्षण तो हो जाइये सावधान:-
आंखें लाल और जलन
कम या तेज बुखार
नाक बहना
खांसी
ज्वाइंट और मसल्स में दर्द
थकान और कमजोरी
चक्कर
छाती में जकड़न होना
घबराहट
टॉन्सिल्स में दर्द
स्किन रैशेज या चकत्ते होना
डायरिया
बुखार में ले सकते हैं ये दवाइयां
वायरल फीवर होने पर आपको जरा सी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए, हमेशा याद रखिए यह बीमारी हवा के साथ फैलती है। अगर आप इस वायरल फीवर के इलाज में जरा सी भी लापरवाही बरतेंगे तो हो सकता है कि आपके साथ आपके घर के बच्चे या बुजुर्ग भी इस बीमारी कि चपेट में आ जाएं। बुखार के लिए वैसे तो मार्किट में कई तरह कि दवाइयां उपलब्ध हैं लेकिन सबसे आम दवाइयां पेरासिटामोल, आइबूप्रोफेन और वाल्टरेन यह बुखार पर जल्द असर करती हैं। अधिकतर डॉक्टरों द्वारा बुखार की सबसे अच्छी दवा के रूप में इन्हीं दवाइयों को दिया जाता है, इनका साइडइफ़ेक्ट भी बाकी दवाइयों के मुकाबले काफी कम होता है।
बुखार में अपनाएं ये घरेलू नुस्खें
वायरल के लक्षण कुछ-कुछ कोरोना वायरस कि बीमारी से मिलते जुलते हैं, ऐसे में कई लोग ऐसे लेकर घबराने लगते हैं। हालांकि उन्हें इससे घबराना नहीं चाहिए बल्कि डॉक्टर से बात करके टेस्ट करवाने चाहिए। वायरल फीवर से डरने कि जगह मरीजों को सावधानी से इसके उपाय करने चाहिए, डॉक्टर ने जो दवाइयां खाने की सलाह दी उसे नियमित तौर पर बिना भूले लेते रहना चाहिए। कुछ घरेलू उपायों के जरिए आप इस तरह के बुखार में राहत पा सकते हैं। इसके लिए हर्बल टी का सहारा लिया जा सकता है, जिसमें अदरक की चाय, तुलसी के पत्ते, लौंग या काली मिर्च का काढ़ा आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं।