World Sight Day: Screen Time बढ़ने से आंखों पर पड़ रहा गंभीर प्रभाव! जानिए कैसे करें बचाव
मानव जाति को आंखों के (World Sight Day) रूप में भगवान ने दिया है सबसे खूबसूरत उपहार, जानें कैसे करें इसकी देखभाल?;
World Sight Day 2022: विश्व दृष्टि दिवस हर साल 13 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में आंखों के महत्व को लेकर जागरूकता फैलाना है, और उन्हें आंखों की देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करना है। क्योंकि आजकल की पीढ़ी का सबसे पसंदीदा काम स्मार्टफोन में घुसे रहना है, बताते चलें कि सबसे ज्यादा स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले देशों की लिस्ट में भारत तीसरे नंबर पर है। इसके साथ ही देश में रेटिना संबंधी बीमारियों वाले लोगों की संख्या भी 1 करोड़ से अधिक हो चुकी है। रेटिना की सुरक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपायों में से एक है अपनी आंखों की नियमित रूप से किसी ऑप्टोमेट्रिस्ट या नेत्र रोग विशेषज्ञ से जांच कराना। इस तरह से आंखों से संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है या अगर कोई बीमारी हो गयी है तो सही समय पर उसका उचित इलाज किया जा सकता (Tips For Good Eye Sight) है।
विशेषज्ञों के मुताबिक साठ या उससे अधिक उम्र के 60% लोग किसी न किसी रूप में मोतियाबिंद (Cataracts) जैसी गंभीर बीमारी के शिकार हैं, इनमें से भी 40% रोगियों की हालत इतनी गंभीर है कि वह अंधेपन का शिकार हो सकते हैं। लेकिन जिन लोगों में अभी मोतियाबिंद की शुरुआत हुई है, उन्हें अभी भी सर्जरी की मदद से पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। जानकारी के लिए बता दें कि अगर ग्लूकोमा और रेटिना की बीमारियों का इलाज नहीं किया जाता है, तो परिणाम व्यक्ति का अंधापन भी हो सकता है। इसलिए आंखों की नियमित जांच कराते रहना चाहिए। ग्लूकोमा और अन्य नेत्र विकारों के उपचार के लिए सर्जरी जैसे विकल्पों के बारे में जागरूक होना बहुत जरुरी है।'
स्क्रीन टाइम (Screen Time) में हो रहे इजाफे के कारण बढ़ रही आंखों की समस्याएं
- सूखी आंखें (Dry Eyes)
घंटों तक स्क्रीन को घूरते रहने से आपकी पलकें उतनी नहीं खुल पाती हैं, जितना उन्हें खुलना चाहिए था। यह आंसू का कारण बनता है जो आंख की सतह को उजागर होने से बचाता है, जिसके परिणामस्वरूप आंखों में सूखापन और खुजली महसूस होती हैं।
- आंखों की थकान (Eye Fatigue)
अस्थनोपिया आंखों की थकान से सम्बंधित एक बीमारी हैं, जिसका कारण आंखों का अति प्रयोग होना होता है। यह एक सामान्य बीमारी है जो कंप्यूटर स्क्रीन या स्मार्टफोन को लंबे समय तक घूरने से होती है। अगर आंखों को आराम दिया जाए तो यह दूर हो सकती है।
- आयु से संबंधित धब्बेदार डिजेनेरेशन (AMD)
एएमडी केंद्रीय दृष्टि को प्रभावित करता है और बुजुर्गों में अधिक आम है। स्क्रीन से नीली रोशनी के अत्यधिक संपर्क में आने से रेटिना को नुकसान पहुंचता है और इससे एएमडी हो जाता है। यह बीमारी अंधेपन की ओर भी जा सकती है। हालांकि, अगर एएमडी का जल्दी निदान किया जाता है, तो आप इस बीमारी के लिए प्रभावी उपचार प्राप्त कर सकते हैं।
- धुंधली दृष्टि (Blurred Vision)
मायोपिया, या निकट-दृष्टि एक आम समस्या है जिसमें दूर की वस्तुएं धुंधली दिखाई देती हैं, जबकि निकट की वस्तुएं स्पष्ट दिखाई देती हैं। हर समय घर के अंदर रहना और स्क्रीन पर लंबे समय तक घूरना आपकी आंखों को एक हाथ की लंबाई से अधिक दूरी की वस्तुओं पर स्थिर रखता है, जिससे निकट दृष्टिदोष विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।
कैसे करें बचाव?
स्क्रीन पर लंबे समय तक घूरने से सूखी आंखें, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और आंखों से संबंधित अन्य समस्याएं बढ़ जाती हैं। यह आंख की मांसपेशियों पर अतिरिक्त दबाव का परिणाम है। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए आप इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं:-
- पलकें खुली रखने और हाइड्रेटिंग आई ड्रॉप्स का उपयोग करने से सूखी आंखों से बचाव में थोड़ी मदद मिल सकती है।
- कंप्यूटर या फोन चलाते हुए कमरे में उचित रौशनी हो और सुनिश्चित करें कि उनकी स्क्रीन आपसे हाथ की लंबाई पर रखा हो।
- स्क्रीन पर टेक्स्ट का आकार बढ़ाएं ताकि इससे आंखों पर दबाव न पड़े और हर 30-40 मिनट में ब्रेक लें।