उन्नाव केस : पुलिस के पहरे में पीड़ित परिवार, राहुल-प्रियंका ने योगी सरकार पर साधा निशाना तो स्वरा भास्कर ने ऐसे घेरा
उन्नाव जिले के एक गांव में रहने वाली तीनों लड़कियां में से दो की संदिग्ध हालत में मौत होने, जबकि तीसरी के गंभीर हालत में होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या का मामला बताने वाली पुलिस अब स्पष्ट कर रही है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर आगे की जांच की दिशा तय होगी। हालांकि शाम को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी ज्यादा कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है। ऐसे में पुलिस डिटेल्ड पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। वहीं कानपुर में भर्ती लड़की की हालत भी बिगड़ती जा रही है। मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है।;
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) में तीन लड़कियों में से दो की संदिग्ध मौत होने के बाद गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। परिजनों को किसी से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। यहां तक कि मीडिया से भी बात करने की इजाजत नहीं दी गई है। परिजनों ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। वहीं, राजनीतिक दल भी इस मुद्दे को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ मुखर हो गए हैं। सपा और बसपा के कार्यकर्ताओं ने पीड़ित पक्ष के घर के बाहर धरना दिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, 'केवल दलित समाज को ही नहीं यूपी सरकार महिला सम्मान व मानवाधिकारों को भी कुचलती जा रही है। लेकिन वे याद रखें कि मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी पीड़ितों की आवाज़ बनकर खड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाकर ही रहेंगे। #Save_Unnao_Ki_Beti
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'उन्नाव की घटना दिल दहला देने वाली है। लड़कियों के परिवार की बात सुनना एवं तीसरी बच्ची को तुरंत अच्छा इलाज मिलना जांच - पड़ताल एवं न्याय की प्रक्रिया के लिए बेहद जरूरी है। खबरों के अनुसार पीड़ित परिवार को नजरबंद कर दिया गया है। यह न्याय के कार्य में बाधा डालने वाला काम है। आखिर परिवार को नजरबंद करके सरकार को क्या हासिल होगा। यूपी सरकार से निवेदन है कि परिवार की पूरी बात सुने एवं त्वरित प्रभाव से तीसरी बच्ची को इलाज के लिए दिल्ली शिफ्ट किया जाए।
अभिनेत्री स्वरा भास्कर बोलीं- और क्या होना बाकी
एक्ट्रेस स्वरा भास्कर (Swara Bhasker) ने भी इस घटना को लेकर ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधा है। स्वरा भास्कर ने अपने ट्वीट में लिखा: "और क्या होना बाकी है???? उत्तर प्रदेश में और क्या होना है कि अजय बिष्ट की सरकार का इस्तीफा मांगा जा सके.. और राष्ट्रपति शासन लागू हो? #SackAjayBisht #Unnao #Save_Unnao_Ki_Beti." स्वरा भास्कर का यह ट्वीट खूब वायरल हो रहा है। इस पर लोग अपने अपने हिसाब से प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
इससे पहले भी स्वरा ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने उन्नाव घटना पर तीखा प्रहार किया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्नाव के एक गांव में बुआ-भतीजी के शव मिले, जबकि चचेरी बहन गंभीर हालत में मिली। पुलिस ने प्राथमिक जांच में तीनों की मौत का कारण जहरीले पदार्थ का सेवन करना बताया था, लेकिन परिजनों ने आरोप लगाया कि उनकी बच्चियों के साथ बर्बरता की गई है। तीनों के गले पर निशान होने और हाथ बंधे मिलने के आरोपों की बात को भी पुलिस ने नकार दिया। हालांकि पुलिस अभी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंची है।
इस बीच तीसरी लड़की की हालत अभी भी गंभीर बनी है। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। गांव में मीडिया का भी जमावड़ा लगा है, लेकिन अभी किसी को भी परिजनों से मिलने की इजाजत नहीं दी जा रही। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस मामले की जांच चल रही है और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी
उन्नाव एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि तीनों लड़कियों को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया था, जहां दो की मौत हो गई। डॉक्टरों ने प्रथम दृष्टया मौत का कारण जहरीले पदार्थ का सेवन बताया है। प्रथम दृष्टया उनकी बॉडी पर भी किसी प्रकार का निशान नहीं मिला है। जांच चल रही है और अस्पताल में उपचाराधीन किशोरी के बयान और मृतकों के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। अभी पीड़ित परिवार की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारियों के आधार पर जांच चल रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की जांच की दिशा तय होगी।
क्या है मामला
उन्नाव के इस गांव की बच्चियां बबुरहा के जंगलों में पशुओं के लिए चारा लेने गईं थीं। तीनों की उम्र 13 से 17 साल के बीच है। तीनों देर शाम तक घर नहीं लौटीं तो परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर उनकी तलाश शुरू की। परिजनों के मुताबिक तीनों लड़कियां खेत में कपड़े से बंधी मिलीं। तीनों को अस्पताल ले गए तो वहां पर बुआ भतीजी को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीसरी बच्ची को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। अभी उसका इलाज कानपुर के एक अस्पताल में चल रहा है। विपक्ष मांग कर रहा है कि उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली ले जाया जाए और किसी अच्छे अस्पताल में उसका इलाज कराया जाए।