ओडिशा में चक्रवाती तूफान यास के समय जन्मे 750 बच्चे, परिजनों ने Yaas रखा नाम
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चक्रवाती तूफान यास के कहर के दौरान ओडिशा के दस जिलों में 750 बच्चों का जन्म दर्ज किया गया है।;
चक्रवाती तूफान यास से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में काफी तबाही हुई है। चक्रवाती तूफान का असर लगभग एक करोड़ लोगों पर पड़ा है। लेकिन इस बीच अनेकों परिवारों में खुशियां भी आई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जब ओडिशा चक्रवाती तूफान यास का मुकाबला कर रहा था उस दौरान राज्य में लगभग 750 बच्चों ने जन्म लिया ।
इस दौरान जन्में बच्चों के माता-पिता उनका नाम यास रख रहे हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चक्रवाती तूफान यास के कहर के दौरान ओडिशा के दस जिलों में 750 बच्चों का जन्म दर्ज किया गया है। इन्हीं में से कई परिवार अपने बच्चों का नाम यास रजिस्टर करवा रहे हैं।
सबसे ज्यादा भद्रक जिले में 98 बच्चों ने जन्म लिया
खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बार आए चक्रवाती तूफान का नाम ओमान की ओर से रखा गया था। यास एक पर्शियन शब्द है। इसे अंग्रेजी में जैस्मीन कहते हैं। राज्य सरकार के महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान यास के बीच करीब 4.5 हजार गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। जिन महिलाओं की डिलीवरी तत्काल होने वाली थी। ऐसी महिलाओं को आंगनवाड़ी ले जाया गया था। यास के दौरान सबसे ज्यादा भद्रक जिले में 98 बच्चों ने जन्म लिया।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि चक्रवाती तूफान ताउते के बाद भारत ने साइक्लोन यास की तबाही झेली है। तूफान के मद्देनजर ओडिशा, पश्चिम बंगाल में लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। हालांकि दोनों राज्यों में करीब आधा दर्जन लोगों की मौत हुई है। चक्रवात यास की वजह से पश्चिम बंगाल और ओडिशा बॉर्डर पर दत्तापुर पल्ली में गिरे हुए पेड़ों को NDRF की टीमें रास्ते से हटाने का काम कर रही हैं।