Opposition MPs Suspended: संसद के दोनों सदनों से अब तक 92 सांसद हुए निलंबित, कांग्रेस ने बताया लोकतंत्र की हत्या

इन दिनों संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। सोमवार को संसद के दोनों सदनों से सोमवार को 78 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। जिससे मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान निलंबित सांसदों की कुल संख्या 92 हो गई है। यह किसी एक सत्र के दौरान निलंबित होने की सबसे ज्यादा संख्या है।;

Update: 2023-12-19 02:24 GMT

Opposition MPs Suspended:  इन दिनों संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। सोमवार को संसद के दोनों सदनों से सोमवार को 78 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। जिससे मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान निलंबित सांसदों की कुल संख्या 92 हो गई है। यह किसी एक सत्र के दौरान निलंबित होने की सबसे ज्यादा संख्या है। 78 विपक्षी सांसदों में से 33 को लोकसभा से है। जबकि, 45 को राज्यसभा से सस्पेंड किया गया है। इससे पहले 14 सांसदों को निलंबित किया गया था। 

दरअसल, 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सोमवार दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ। ये सभी सांसद सुरक्षा चुक के मामले में प्रदर्शन और नारे लगा रहे थे। वहीं इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे थे। जिसके बाद 78 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया। लोकसभा से सोमवार को अधीर रंजन चौधरी, टीआर बालू और सौगत रे समेत 33 विपक्षी सदस्यों को सदन से निलंबित कर दिया। जबकि द्रमुक के 10, तृणमूल कांग्रेस के नौ, कांग्रेस के आठ और आईयूएमएल, जेडी (यू) और आरएसपी के एक-एक सदस्य सहित 30 सदस्यों को शीतकालीन सत्र के शेष के लिए निलंबित कर दिया गया था।तीन अन्य कांग्रेस सदस्यों को लंबित रहने तक सस्पेंड कर दिया गया था। वहीं राज्यसभा से कांग्रेस सांसद जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत 45 विपक्षी सदस्यों को सस्पेंड किया गया है। जबकि राज्यसभा के 34 सांसदों को शेष शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। 11 को विशेषाधिकार समिति की जांच रिपोर्ट लंबित होने तक निलंबित कर दिया गया है। राज्यसभा में निलंबित विपक्षी सदस्यों की कुल संख्या अब 46 हो गई है।

कांग्रेस ने बोला सरकार पर हमला 

विपक्षी सांसदों के निलंबन के बाद विपक्षी दल इंडिया गुट ने राज्यसभा में अपनी लगभग आधी ताकत और लोकसभा में एक तिहाई ताकत खो दी है। जिसे लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश भी निलंबित राज्यसभा सांसदों में से एक है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह भारत में लोकतंत्र की हत्या है। 

पहली बार इतनी बड़ी संख्या में सस्पेंड हुए सांसद 

ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक साथ इतनी बड़ी संख्या में सांसदों को सदनों से सस्पेंड किया गया है। इससे पहले मार्च 1982 में राजीव गांधी के कार्यकाल में 63 सांसदों को लोकसभा से सस्पेंड किया गया था। 

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