Abdul Kalam Ka Jivan Parichay: यहां पढ़ें भारत के मिसाइल मैन डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जीवन से लेकर अंत तक का परिचय

Abdul Kalam Ka Jivan Parichay: हर साल 15 अक्टूबर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जंयती मनाई जाती है। इस दिन को विश्व छात्र दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। यहां हम आपको अबदुल कलाम के जीवन, एजुकेशन, करियर, किताबें, उपलब्धियां और अवॉर्ड्स के बारे में बता रहे हैं।;

Update: 2020-10-07 11:27 GMT

Abdul Kalam Ka Jivan Parichay: हर साल 15 अक्टूबर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जंयती मनाई जाती है। इस दिन को विश्व छात्र दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। यहां हम आपको अबदुल कलाम के जीवन, एजुकेशन, करियर, किताबें, उपलब्धियां, अवॉर्ड्स के बारे में बता रहे हैं। कलाम एक महान वैज्ञानिक ही नहीं बल्कि एक ऐसे इंसान रहे जिन्होंने निस्वार्थ देश की सेवा भी की।

A.P.J. Abdul Kalam Biography

भारत के पूर्व राष्ट्रपति रहे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था। उनका जन्म दक्षिण भारत के धनुषकोडी द्वीप पर 15 अक्टूबर 1931 को एक गरीब मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनका परिवार गरीब था और परिवार की आय को पूरा करने के लिए उन्हें बचपन में ही नौकरी करनी पड़ी थी। उन्होंने रामनाथपुरम के श्वार्ट्ज मैट्रिकुलेशन स्कूल से प्रारम्भिक शिक्षा हासिल की थी। उसके बाद वो तिरुचिरापल्ली के सेंट जोसेफ कॉलेज में आगे की पढ़ाई के लिए चले गए थे। इसके बाद उन्होंने साल 1954 में भौतिक विज्ञान में डिग्री की पढ़ाई पूरी की और फिर एयरोस्पेस इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए मद्रास चले गए।

A.P.J. Abdul Kalam Career

साल 1960 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी चेन्नई से स्नातक होने के बाद कलाम रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के एरोनॉटिकल डेवलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट में वैज्ञानिक बने। कहते हैं कि कलाम को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में ट्रांस्फर किया गया था। जहां से उन्होंने भारत के लिए पहली स्वदेशी सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल के हैड बने। साल 1980 में सफलतापूर्वक रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में तैनात किया था।

A.P.J. Abdul Kalam President

इसके बाद वो आगे बढ़ते गए और फिर उन्हें एक बड़े खिताब (मिसाइल मैन) के नाम से सम्मानित किया गया। कलाम प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार भी रहे। और जुलाई 1992 से दिसंबर 1999 तक रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के सचिव के पद पर काम किया। कलाम ने अग्नि सहित कई मिशन के तहत कई मिसाइलों पर काम किया और भारत को एक नई ऊंचाईयों तक पहंचाया था। इसके बाद वो 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक भारत के 11 वें राष्ट्रपति रहे। कहते हैं कि कलाम भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे। जिन्हें राष्ट्रपति बनने से पहले भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

A.P.J. Abdul Kalam Books

भारत के मिसाइल मैन कहे जाने वाले प्यारे राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने कई किताबे भी लिखी थी। उन्होंने कई उपलब्धियों के ऊपर किताबें लिखी। इस लिस्ट में विंग्स ऑफ़ फायर-ऑटोबायोग्राफी, इंडिया 2020-ए विशन फॉर दी न्यू मिलेनियम, दी लुमीनस स्पार्क, एडवांटेज इंडिया, इन्सपारिंग थोट, ए मेनिफेस्टो फॉर चेंज, रेइगनिटेड, माय जर्नी, मिशन इंडिया, इग्नाइटेड माइंड और यू आर बोर्न टू ब्लॉसम जैसी किताबें लिखीं। लोग उन्हें प्यार राष्ट्रपति के नाम से भी बुलाया करते थे।

A.P.J. Abdul Kalam Death

पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का निधन 84 साल की उम्र में 5 साल पहले 27 जुलाई 2015 को शिलोंग में एक कार्यक्रम के दौरान हार्ट अटैक से आने से निधन हो गया था। जब वो आईआईएम शिलॉग में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। तबी मंच पर उनकी तबियत बिगड़ गई थी। जिसके बाद तुरंत उन्हें अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया। जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनके निधन पर सात दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया था। 

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