इस कोरोनावायरस को हराने के लिए पिछले साल की तरह सख्त लॉकडाउन की जरूरत: एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए साप्ताहिक लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू नाकाफी। देश में सख्त लॉकडाउन लगाने की है जरूरत।;
देश में लगातार तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण ने देश ही नहीं विदेशों में भी मेडिकल एक्सपर्ट की चिंता बढ़ा दी है। इसकी वजह यहां हर दिन बेड और ऑक्सीजन के अभाव में अस्पतालों का जवाब देना है। जिसकी वजह से हर दिन (Corona Effected Patient) कोरोना संक्रमित मरीजों की जान जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं को चरमराता देख (Aiims Director Dr Randeep Guleria) एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सख्त लॉकडाउन लगाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को हराने के लिए पिछले साल की तरह सरकार को सख्ती के साथ पूर्ण लॉकडाउन लगाने की जरूरत है। कोरोना की दूसरी लहर को तोड़ने का यही एक मात्र तरीका है।
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर का दिया हवाला, इन इलाकों में लगाया जाए पूर्ण लॉकडाउन
एम्स डायरेक्टर रणदीप गलेरिया ने कहा कि हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को एक हद तक ही बढ़ाया जा सकता है। लगातार तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए पूर्ण लॉकडाउन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जहां पर 10 प्रतिशत से ज्यादा कोरोना संक्रमण के नये मामले सामने आ रहे हैं। वहां पर सख्ती से लॉकडाउन (Strict Lockdown) लगाया जाये। सरकार पिछले बार की तरह सख्ती से निपटें। उन्होंने यह बात एक न्यूज चैनल को दिये इंटरव्यू में कही है।
महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश में लगे नाइट कर्फ्यू नाकाफी
डॉ गुलेरिया ने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है। इसे रोकने के लिए महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत दूसरे राज्यों में लगाये गये साप्ताहिक लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू नाकाफी साबित हुए हैं। उन्होंने बतरा हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की वजह से डॉक्टर की मौत का हवाला देते हुए कहा कि यह हमारा बहुत बड़ा नुकसान है। उन्होंने कहा कि विश्व में कोई ऐसा हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम नहीं है। जो अचानक बढ़े इस दबाव को झेल सकें। देश में तेजी से फैल से इस वायरस को रोकने और निपटने के लिए सख्त लॉकडाउन ही एक मात्र तरीका है।
बता दें कि एम्स डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया के साथ ही अमेरिका के टॉप मेडिकल एक्सपर्ट डॉ एंथनी फाउची ने भी बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए भारत में सख्त लॉकडाउन लगाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से इस मुश्किल समय में दूसरा कदम उठाने के लिए समय मिल सकता है।