भारत से बातचीत के बीच तालिबान ने कश्मीर का उठाया मुद्दा, आज बनेगी अफगानिस्तान में आतंकियों की सरकार!
तालिबान ने कहा है कि उसे जम्मू-कश्मीर सहित दुनियाभर के मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का अधिकार है। उन्होंने यह बयान ऐसे समय पर दिया है जब एक दिन पहले ही रिपोर्ट आई है कि अलकायदा ने उससे कश्मीर को लेकर मदद मांगी है। हालांकि, इससे पहले तालिबान नेतृत्व कह चुका है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मुद्दों में शामिल नहीं होगा और अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी देश के खिलाफ नहीं होने देगा।;
अफगानिस्तान (Afghanistan) पर दोबारा सत्ता पाने के बाद अब तालिबानियों (Taliban) के सुर बदलते जा रहे है। क्योंकि भारत से बातचीत के बीच तालिबान कश्मीर मुद्दे पर भी बयान देने से पीछे नहीं हट रहा है। तालिबान ने कहा है कि उसे जम्मू-कश्मीर सहित दुनियाभर के मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का अधिकार है। उन्होंने यह बयान ऐसे समय पर दिया है जब एक दिन पहले ही रिपोर्ट आई है कि अलकायदा ने उससे कश्मीर को लेकर मदद मांगी है। हालांकि, इससे पहले तालिबान नेतृत्व कह चुका है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मुद्दों में शामिल नहीं होगा और अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी देश के खिलाफ नहीं होने देगा।
तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि उनके संगठन के पास जम्मू-कश्मीर के मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का हक है। साथ ही सुहैल ने अमेरिका के साथ हुए दोहा समझौते का जिक्र करते हुए कहा कि हम किसी देश के खिलाफ सशस्त्र अभियान नहीं चलाएंगे। शाहीन ने कहा कि एक मुसलमान के तौर पर भारत के कश्मीर या किसी और देश में मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का हमारे पास अधिकार है। हम सभी देशों से मुसलमानों के साथ समानता के लिए अपील करेंगे। 31 अगस्त को भारत ने पहली बार तालिबान के साथ आधिकारिक बातचीत की। इस दौरान भारत ने अपनी चिंताएं तालिबान नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तनिकजई से साझा की। बैठक में भारत ने कहा कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों या किसी तरह से आतंकवाद के लिए नहीं होना चाहिए।
तालिबान नई सरकार के निर्माण करेगा घोषणा
तालिबान आज अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद सरकार बनाने के लिए तैयारी कर रहा है। आज जुमे की नमाज़ के बाद ही तालिबान काबुल में ईरान की तर्ज पर नई सरकार के निर्माण की घोषणा करेग। सबसे बड़े धार्मिक नेता मुल्ला हेबतुल्ला अखुंदजादा को देश का सर्वोच्च नेता बनाया जाएगा। वहीं, तालिबान ने गवर्नर्स और मेयर्स की नियुक्ति पहले ही कर ली है। कैबिनेट मंत्रियों के नाम भी फाइनल कर लिए गए हैं। तालिबानी नेता समांगनी ने कहा कि नई सरकार के तहत, गवर्नर प्रांतों के प्रमुख होंगे और जिला गवर्नर अपने जिले के प्रभारी होंगे।