Army Dog Zoom: सेना के अन्य कुत्तों ने अपने साथी जूम को दी भावुक श्रद्धांजलि, मुठभेड़ में लगी थी 2 गोलियां
भारतीय सेना के असॉल्ट डॉग जूम को अनंतनाग में आतंकवादियों के हुई मुठभेड़ में दो गोलियां लगी थीं। इलाज के दौरान जूम की मौत हो गई है। सेना के अन्य डाग्स ने अपने साथी जूम को श्रद्धांजलि दी।;
अनंतनाग (Anantnag) में सोमवार को सुरक्षाबलों (security forces) और आतंकवादियों (terrorists) के बीच हुई मुठभेड़ (encounter) के दौरान सेना के असॉल्ट डॉग जूम (Assault Dog Zoom) को दो गोलियां लगी थीं। गंभीर रुप से घायल जूम (Zoom) का आर्मी अस्पताल 54 एएफवीएच में इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान गुरुवार 13 अक्टूबर को दोपहर करीब 12 बजे आर्मी डाग जूम की मौत हो गई है। बीते दिन भारतीय सेना (Indian Army) ने जूम को विदाई दी।
भारतीय सेना की ओर से अपने स्पेशल डाग जूम को विदाई दी गई। इस मौके पर सेना के अन्य डाग्स ने अपने साथी जूम को आगे के पैर उठाकर श्रद्धांजलि दी। सेना के एक अधिकारी ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जूम हमेशा काम के लिए तैनात रहता था। मास्टर के साथ हर काम को तरीके से पूरा करता था। साथ ही सभी को गर्व है कि सेना के साथ काम करते हुए जूम ने पूरे जोश के साथ अपने काम को अंजाम दिया। जूम जैसे कई डाग्स आगे भी देश की रक्षा में अपना योगदान देते रहेंगे। बता दें कि गुरुवार के दिन सेना ने बयान जारी कर कहा था कि जूम की हालत में सुधार हो रहा है। सुबह करीब 11 बजकर 45 मिनट तक जूम के सेहत ठीक लग रही थी, लेकिन 12 बजे के करीब हांफने के साथ ही जूम की मौत हो गई।
जूम ने गोली लगने के बाद भी अपने काम को दिया अंजाम
भारतीय सेना ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में आंतकवादियों से मुठभेड़ में गोली लगने के बावजूद भी जूम ने अपना काम जारी रखा। इसी की बदौलत सुरक्षाबलों 2 आतंकवादियों को मार गिराने में सफल रहे। आतंकियों की खबर मिलने के बाद सेना की एक टीम ने ऑपरेशन तांगे पवास चलाया था, इस टीम का हिस्सा जूम भी था। जिस घर में आतंकी छिपे थे, उसे जूम को खाली करने के निर्देश दिए गए थे। जूम ने घर के अंदर आतंकियों पर अटैक कर दिया और इसी दौरान उसे गोली लगी। इसके बाद भी वह आतंकियों से लड़ता रहा।