Army Training: युद्धाभ्यास के दौरान सेना टैंक का बैरल फटने से 2 जवान शहीद, 1 की हालत गंभीर
उत्तर प्रदेश के झांसी में युद्धाभ्यास करते हुए सेना का एक टैंक फट गया। हादसे में टैंक के भीतर मौजूद दो जवान शहीद हो गए और एक जवान बुरी तरह घायल हो गया।;
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के झांसी (Jhansi) में युद्धाभ्यास (maneuver) के दौरान फायरिंग रेंज में सेना के टैंक (army tank) का बैरल फट गया। हादसे में दो जवान शहीद (two soldiers martyred) हो गए, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के दौरान तीनों जवान टैंक के अंदर ही मौजूद थे। गोला दागने के दौरान बारूद बैरल के अंदर ही फट गया, जिससे तीनों जवान बुरी तरह झुलस गये। तुरंत तीनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां दो जवान शहीद हो गए। घायल सैनिक का इलाज जारी है। शहीद हुए जवान राजस्थान (Rajasthan) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) के हैं, जबकि घायल हुआ जवान उत्तर प्रदेश का है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार झांसी के बबीना में गुरुवार की रात को सेना के जवानों का युद्धाभ्यास चल रहा था। इसी दौरान फायरिंग रेंज में एक टी-90 टैंक के अंदर सेना के तीन जवान मौजूद थे। जवानों ने टैंक से गोला दागा। टैंक से गोला दागने के बाद बैरल से गोला तो आगे चला गया, लेकिन बारूद बैरल के अंदर ही रह गया। इसकी वजह से बैरल फट गया और मौजूद तीनों सैनिक झुलस गए। तुरंत ही घायल सैनिकों को अस्पताल ले जाया गया, जिसमें दो सैनिकों अस्पताल में शहीद हो गए। हादसे में घायल एक सैनिक का इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि धमाके में इनके शरीर के कई अंगों को बुरी तरीके से नुकसान पहुंचा है। जो जवान हादसे में शहीद हुए हैं, उनमें से एक राजस्थान के बगारिया के रहने वाले सुमेर सिंह बताए हैं। वहीं, दूसरे पश्चिम बंगाल के सुकांता मंडल हैं। घायल जवान उत्तर प्रदेश के खलीलाबाद के रहने वाले प्रदीप सिंह यादव हैं।
हादसे की होगी जांच, परिवार वालों को मिलेगा मुआवजा
मामले में सेना के अधिकारियों ने कहा है कि हादसे के बारे में बड़े अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। वह पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। पूरे मामले की जांच की जाएगी। हादसा कैसे हुआ, अभ्यास के समय जवानों के लिए सेफ्टी के इंतजाम थे या नहीं, इन सब बैटन की भी सिलसिलेवार तरीके से जांच की जाएगी। हादसे के समय मौजूद सेना के दुसरे जवानों से भी पूछताछ की जाएगी। जिस अधिकारी के नेतृत्व में यह ट्रेनिंग की जा रही थी, उनसे भी जानकारी ली जाएगी। शहीदों के परिजनों को भी हादसे की सूचना दे दी गई है। घरवालों की मौजूदगी में पूरे सम्मान के साथ शहीदों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। दुख की इस घड़ी में पूरी सेना शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ हैं। घरवालों को सेना की ओर से सहायता राशि सहित अन्य सभी तरह की सुविधाएं भी दी जाएंगी।