पंजाब के बाद अब गुजरात फतेह की तैयारी में केजरीवाल, गुजरातियों से किए 5 बड़े वादे
मुख्यमंत्री अरविन्द ने गुजरात चुनाव के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है। इस बार के गुजरात दौरे पर केजरीवाल ने गुजरातियों से कई बड़े वायदे किए।;
दिल्ली (Delhi) और पंजाब (Punjab) में प्रचंड बहुमत हासिल कर सरकार (Government) चला रही आम आदमी पार्टी की निगाहें अब गुजरात (Gujrat) पर हैं। दिसम्बर के महीने में गुजरात में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने हैं और आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। पिछले महीनों में अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejariwal) और मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) गुजरात के कई दौरे कर चुके हैं। इसी बीच गुजरात के दौरे पर पहुंचे केजरीवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर गुजरात की जनता से पांच बड़े वादे (Promises) किये।
इस बार गुजरात दौरे पर पहुंचे अरविन्द केजरीवाल ने अहमदाबाद (Ahmedabad) में टाउनहॉल कर्यक्रम आयोजित कर वकीलों, व्यापारियों और ऑटो ड्राईवरों (Auto Drivers) से भी मुलकात की। ऐसे ही एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने गुजरात में अपनी सरकार आने पर गुजरात को भ्रष्टाचार मुक्त (Corrruption Free) बनाने की गारंटी लेते हुए पांच बड़े वादे किये। किये-
- CM हो या अफ़सर, भ्रष्टाचार किया तो Jail
- रिश्वतख़ोरी बंद, पैसा सिर्फ़ जनता पर ख़र्च
- ज़हरीली शराब और अन्य काले धंधे बंद
- 10 साल के Paper Leak मामलों पर Action
- सारे Scam की जांच
गुजरात पुलिस से भिड, ऑटो ड्राईवर के घर खाना खाने पहुंचे केजरीवाल
ऑटो ड्राईवरों के साथ संवाद कर रहे केजरीवाल को अहमदाबाद के एक विक्रम नाम के ऑटो ड्राईवर ने अपने घर पर आकर खाना खाने के निमंत्रण दिया। केजरीवाल निमंत्रण को स्वीकार करते हुए रात में अपनी पार्टी के नेताओं के साथ ऑटो में ही बैठकर विक्रम के घर की ओर चल दिए। विक्रम के घर पहुंचने से पहले ही बीच रास्ते में गुजरात पुलिस ने केजरीवाल को रोक लिया। गुजरात पुलिस (Gujrat Police) ने केजरीवाल को सुरक्षाकर्मियों के साथ ऑटो ड्राईवर के घर जाने को कहा, लेकिन केजरीवाल ने मना कर दिया और बिना गुजरात पुलिस की सुरक्षा के ही जाने पर अड़ गये। इसको लेकर बड़ा हंगामा हो गया।
इस मामले में गुजरात पुलिस का कहना था कि, अरविन्द केजरीवाल की सुरक्षा को देखते हुए, गुजरात पुलिस का उनके साथ जाना जरुरी है। वहीँ, केजरीवाल ने आरोप लगाया कि, गुजरात पुलिस का मकसद उन्हें सुरक्षा देना नहीं बल्कि उनकें ऑटो ड्राईवर के घर जाने से रोकना था। वो एक आम आदमी हैं और उन्हें एक आम आदमी से मिलने के लिए गुजरात पुलिस की सुरक्षा की कोई जरुरत नहीं है।