बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हाल बुरा, टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज करने को मजबूर डॉक्टर

सासाराम जिले के सदर अस्पताल में बिजली आपूर्ति का बुरा हाल है, अक्सर बिजली कटने से यहां के डॉक्टरों को मरीजों का इलाज मोबाइल फोन के टॉर्च की रोशनी में करना पड़ता है।;

Update: 2022-06-04 09:26 GMT

देश के कई राज्यों में स्वास्थ्य सुविधाओं (Health facilities in India) को विश्वस्तरीय बनाने के लिए तमाम दावे असल में खोखले साबित होते हैं। सरकारों द्वारा चुनाव के समय किए गए बड़े बड़े दावों में स्वास्थ्य व्यास्थाओं वाले दावे भी होते हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं जो सरकारों की पोल खोलती नजर आ रही हैं। दरअसल बिहार (Bihar) के सासाराम जिले से आई कुछ तस्वीरें सरकार के वादों को झूठ का पुलिंदा साबित कर रही हैं। यहां बिजली के जाने के बाद डॉक्टरों को मरीजों का इलाज मोबाइल फोन की टॉर्च की रोशनी में करना पड़ता है।

21वीं सदी के भारत की ऐसी तस्वीरें देखकर एक बात तो सच साबित होती हैं कि भले चाहे हम और आप इस देश को विश्व गुरु बनाने की जद्दोजहद कर रहे हों लेकिन सच्चाई अक्सर हमारी आंखों पर बंधी पट्टी को खोल ही देती है। बिहार की तस्वीरों ने भी कुछ ऐसा ही किया है, लेकिन हमारे राज्यों और देश के हुक्मरानों की नजर ना जानें क्यों यहां तक नहीं पहुंचती हैं?


सासाराम जिले के सदर अस्पताल में बिजली आपूर्ति का बुरा हाल है, अक्सर बिजली कटने से यहां के डॉक्टरों को मरीजों का इलाज मोबाइल फोन के टॉर्च की रोशनी में करना पड़ता है। जिससे डॉक्टर भी खासे परेशान हैं। बता दें कि ये तस्वीरें समाचार एजेंसी ने एएनआई अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर की हैं।

वहीं सदर अस्पताल के डॉक्टर बृजेश कुमार ने एएनआई को बताया कि कुछ समस्याओं के कारण यहां बार-बार बिजली कटौती होती रहती है। ऐसे में हम रोजाना इस तरह की स्थिति से निपटते रहते हैं। मरीजों का इलाज मोबाइल फोन की टॉर्च की रोशनी में करने के लिए हम मजबूर हैं।

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