बिपिन रावत का 2015 में पहली बार इस वजह से क्रैश हुआ था हेलीकॉप्टर
बिपिन रावत साल 2015 में एक हेलीकॉप्टर क्रैश में बाल-बाल बच गए थे। साल 2015 में दिमापुर से जब वे अपने चीता हेलीकॉप्टर में सवार होकर निकले थे।;
सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) को ले जा रहा भारतीय सेना का हेलीकॉप्टर (helicopter) तमिलनाडु (Tamil Nadu) में कुन्नूर के पास क्रैश हो गया। IAF Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) के साथ मौजूद थे।
मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक, अब तक चार लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। जबकि हादसे में गंभीर रुप से घायल हुए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन अभी सीडीएस बिपिन रावत की हेल्थ के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। आईएएफ ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।
साल 2015 में वजह से हुआ था हेलीकॉप्टर क्रैश
जानकारी के लिए आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है बिपिन रावत किसी हवाई हादसे का शिकार हुए हों। इससे पहले भी वे हावई हादसे का शिकार हो चुके हैं। बिपिन रावत साल 2015 में एक हेलीकॉप्टर क्रैश में बाल-बाल बच गए थे। साल 2015 में दिमापुर से जब वे अपने चीता हेलीकॉप्टर में सवार होकर निकले थे।
तब अचानक से कुछ ऊंचाई पर पहुंच जानें के बाद चीता हेलीकॉप्टर का नियंत्रण खो गया था और वह क्रैश हो गया। इस हादसे में उन्हें मामूली चोटें आईं थीं। जांच में सामने आया था कि इंजन फेल होने की वजह चीता हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था।
वायुसेना ने उच्चस्तरीय जांच बिठाई थी भारतीय
सेना की तरफ से बाद में कहा गया था हेलीकॉप्टर जमीन से केवल 20 मीटर की ऊंचाई तक ही पहुंचा था। तभी सिंगल इंजन के इस चॉपर में कुछ खामी आ गई थी। इसके दोनों पायलटों का नियंत्रण छूट गया। लेकिन क्रैश में किसी की भी जान नहीं गई थी। इस घटना की भारतीय वायुसेना ने उच्चस्तरीय जांच बिठाई थी।