राज्यसभा में उठी ओटीटी प्लेटाफॉर्म पर तंबाकू के विज्ञापनों पर रोक लगाने की मांग
21 दिसंबर को बीजू जनता दल के सदस्य सुजीत कुमार ने राज्यसभा में ओटीटी प्लेटफार्म पर तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन पर रोक लगाने की मांंग की है।;
21 दिसंबर को राज्यसभा में बीजू जनता दल के एक सदस्य सुजीत कुमार ने फिल्मों में तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन दिखाने पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि देश में तंबाकू का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई बीमारियों होती है। सुजीत कुमार ने यह मुद्दा शून्यकाल के दौरान उच्च सदन में उठाया।
उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म पर ये विज्ञापन प्रतिबंधरहित दिखाए जाते हैं। ओटीटी प्लेटफार्म के दर्शकों की संख्या बहुत है। यह संख्या कोविड महामारी के बाद बढ़ी है। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद स्थित मुद्रा इन्स्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन (मायका) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 15 वर्ष से 34 वर्ष आयु की उम्र के युवा दिनभर में करीब 70 मिनट ओटीटी प्लेटफॉर्म को देते हैं। बहरहाल, समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन ने कहा कि वह इस मुद्दे से खुद को अलग रखा।
'सितारों को धूम्रपान करते देख युवा हो रहे प्रभावित'
सुजीत कुमार ने संसद में अपनी बात रखते हुए कहा कि देश में तंबाकू से होने वाली बीमारियों के पीड़ितों की संख्या बहुत अधिक है। लोगों में करीब 40 प्रतिशत गैर संचारी बीमारियों की वजह तंबाकू ही होती है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे' की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 14 लाख युवाओं की मौत तंबाकू खाने से होता है। जबकि 13 साल से 30 साल के लोगों में से 9.6 प्रतिशत लड़के और 7.4 प्रतिशत लड़कियां तंबाकू का सेवन करते हैं। उनके उनुसार, एक अन्य अध्ययन में कहा गया है कि बॉलीवुड की फिल्में देख कर 12 साल से 16 साल के किशोरों के धूम्रपान करने की आशंका 2.7 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। जब युवा फिल्मों में सितारों को धूम्रपान करते देखते हैं, तो उससे प्रभावित होते हैं। सुजीत कुमार ने मांग करते हुए कहा कि तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन ओटीटी प्लेटफार्म पर दिखाने के लिए कुछ नियम कानून होने चाहिए। जिस तरह टीवी और फिल्मों में तंबाकू उत्पादों के विज्ञापनों को विनियमित किया गया है, वहीं नियमन ओटीटी प्लेटफार्म पर भी लागू होना चाहिए।