West Bengal: क्या BJP छोड़ने की फिराक में है शुभेंदु अधिकारी? CM ममता बनर्जी से की मुलाकात

भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (BJP leader Shubhendu Adhikari) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) से मुलाकात की।;

Update: 2022-11-25 09:58 GMT

पश्चिम बंगाल (West Bengal) से एक बड़ी खबर सामने आई है भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (BJP leader Shubhendu Adhikari) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) से मुलाकात की। वही विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को ममता बनर्जी ने चाय पर आमंत्रित किया था। ममता का निमंत्रण मिलने के बाद शुभेंदु अधिकारी विधायक अग्निमित्रा पॉल और मनोज तिग्गा के साथ विधानसभा में उनके कक्ष में मिलने गए थे।

दोनों नेताओं के बीच मुलाकातों करीब सात मिनट तक हुई। मुलाकात के बाद ममता ने कहा, 'मैंने शुभेंदु अधिकारी को चाय पर बुलाया था।' राज्य के विपक्ष के नेता ने उस कॉल का जवाब दिया। उस संदर्भ में शुभेंदु अधिकारी ने बताया कि यह एक 'शिष्टाचार भेंट' थी। उन्होंने कहां मुलाकात के दौरान ममता बनर्जी ने कहां सभी विपक्षी विधायक को विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए कहा, लेकिन शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि उन्हें सरकारी कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाता है।

इस पर ममता ने कहा कि उन्हें सभी बैठकों में बुलाया जाता है। लेकिन वे खुद नहीं आते है। उन्हें बीजीबीएस में बुलाया गया था, लेकिन कोई नहीं आया। संसद में एक भी स्थायी समिति की अध्यक्षता टीएमसी को नहीं दी गयी है। क्या यह बंगाल का अपमान नहीं है? राज्यपाल ने शपथ ली। सुकांत मजूमदार, शुभेंदु अधिकारी नहीं गए। सीपीएम नेता बिमान बोस आए थे। क्या ये राज्यपाल का अपमान नहीं था।

बता दें कि शुभेंदु अधिकारी पहले टीएमसी (Trinamool Congress Party) के विधायक थे और ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में थे, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले वे टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम में ममता और शुभेंदु अधिकारी के बीच मुकाबला था। उस चुनाव में ममता बनर्जी की हार हुई थी। उसके बाद यह पहला मौका है, जब सीएम और शुभेंदु (Shubhendu Adhikari ) के बीच मुलाकात हुई हुई है।

वही दोनों नेताओं की मुलाकात पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया, उन्होंने ट्वीट में लिखा ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) का अहंकार की धूल खा रहा है। आखिरकार उन्हें समझ आ गया कि लोकतांत्रिक राजनीति में वे बीजेपी जैसे मजबूत विपक्ष को नजरअंदाज नहीं कर सकतीं। वह मुद्दों पर बीच का रास्ता खोजने के लिए झुकीं और नंदीग्राम में उन्हें हराने वाले विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और 3 अन्य भाजपा विधायकों से मिलीं।

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