भाजपा नेता अनिल जैन ने कहा तब्लीगी जमात से कोरोना वायरस नहीं फैलता तो आधी लड़ाई जीत चुके होते, देखिए पूरा इंटरव्यू
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद अनिल जैन से हरिभूमि, आईएनएच, जनता टीवी के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने विशेष बातचीत की। जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन ने कहा कि तब्लीगी जमात से कोरोना वायरस यदि नहीं फैलता तो आधी लड़ाई जीत चुके होते।;
कोरोना संकट को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद, छत्तीसगढ़ और हरियाणा के प्रभारी डॉॅ. अनिल जैन का कहना है, अगर देश में तबलीगी जमात का फैलाव नहीं होता तो तय है कि यह संकट इतना ज्यादा नहीं होता। जमात के कोराेना संक्रमित नहीं होते तो आधी लड़ाई अब तक जीत चुके होते। पेश है आईएनएच, जनता टीवी और हरिभूमि के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी से हुई बातचीत के अंश।
दुनिया का सबसे बड़ा दल कोरोना से निपटने के लिए क्या कर रहा है?
विश्व की इस महामारी के संकट के समय में हमारी पार्टी की सरकार ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कठोर निर्णय, समय पर निर्णय और अलग निर्णय लेने का काम किया है। पूरी दुनिया आज नरेंद्र मोदी की कार्यकुशलता की तारीफ कर रही है। देश में 130 करोड़ लोग रहते हैं। इसमें अलग-अलग पार्टी को भी मानने वाले हैं, लेकिन सभी श्री मोदी की तारीफ कर रहे हैं। जहां तक पार्टी स्तर पर काम का सवाल है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आव्हान पर देशभर के सभी कार्यकर्ता खुद काम कर रहे हैं।
इसी के साथ एनजीओ, और सामाजिक संस्थानों को प्रेरित करके काम कराना प्रारंभ किया है। एक सामाजिक रसोई में लाखों लोगों के लिए खाना बन रहा है और जरूरदमंदों तक पहुंचाया जा रहा है। इसी के साथ जरूरतमंदों को सूखा राशन भी पहुंचाया जा रहा है। लोगों को भी करोड़ों मास्क पहुंचाने का काम भी किया गया है। इसी के साथ आरोग्य सेतु ऐप भी निकाला गया है। यह सुरक्षा का बड़ा साधन है। इससे अपने को बचाने के साथ दूसरों को बचा सकते हैं। इससे 30 करोड़ लाेगों को लाभ होगा।
अगर कोई भी कोराेना का संक्रमति व्यक्ति आसपास होगा तो यह ऐप अलर्ट कर देगा। हमें देश के ज्यादातर राज्यों से सपोर्ट मिल रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ से कम सपोर्ट मिल रहा है। यहां राजनीति ज्यादा हो रही है। आज कोरोना की लड़ाई में डॉक्टरों के साथ पुलिस वाले और अन्य जो भी लोग काम कर रहे हैं, उनको धन्यवाद देता हूं। हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है, हम संवेदनशील बनें, कोई भी अपने कर्मचारी को न निकालें।
हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है, पीएम केयर्स फंड के साथ जुड़ें और देश में कोरोना से पीड़ितों की मदद करें। आज अमेरिका जैसा देश हमारे देश से मदद मांग रहा है। यह इस बात का सबूत है, हमारे प्रधानमंत्री कोरोना की लड़ाई में बहुत कुशलता के साथ काम कर रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री ने लोगों का जज्बा जीता है।
आपकी सरकार ने मदद नहीं की है दुनिया की, बल्कि मदद छीन ली गई है, ट्रंप ने धमकाया और भारत मान गया?
आज का दौर संकटकाल का है, कौन क्या कह रहा है, यह मायने नहीं रखता। हम अमेरिका की ही मदद नहीं कर रहे हैं, बल्कि चीन की भी मदद के लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथ बढ़ाया था। जिन देशों को हमारे यहां बनने वाली दवा की जरूरत है, वह दवा उनको दी जा रही है।
हजारों मजदूर जो सड़कों पर एक राज्य से अपने राज्य में, अपने घर की तरफ जाने के लिए निकले, उनके बारे में क्या कहते हैं?
मजदूरों का काम धंधा बंद होने पर उनको अपने घर की याद आई और वे अपने घर की तरफ निकल पड़े। इन लोगों को समझाने के स्थान पर इनको भड़काने का काम ज्यादा किया गया। इसके बाद भी हमारी सरकार ने इनको जहां हैं, वहां पर रुकने के लिए कहा और इनके लिए सारी व्यवस्था की गई है। हम हर राज्य की सरकार से बात करके व्यवस्था कर रहे हैं।
कोटा में पढ़ने वाले बच्चों को लेकर क्या कहना है?
बच्चों और श्रमिकों में अंतर है। ऐसे बच्चों की जब पढ़ाई नहीं हो रही है, जब बच्चों की तड़प मां-बाप से मिलने की हुई है। उनकी अकुलाहट समझ आती है। ऐसे में उत्तरप्रदेश के बच्चे वहां ज्यादा हैं, उनको वहां से लाने की व्यवस्था की गई। राजस्थान सरकार ने भी मदद की है।
उद्योग धंधे खुल रहे, उसके लिए कुछ नहीं बताया गया है, ताली बजवाने का काम कर रहे हैं?
किसी माई के लाल में दम नहीं था कि देश की जनता को एक साथ खड़ा कर दें। नरेंद्र मोदी के बस ही बात है कि उन्होंने देश की जनता का जज्बा बढ़ाने के लिए ताली बजवाई, घंटी बजवाई, थाली बजवाई और दीये जलवाए गए। इसकी तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है। जहां तक केंद्र सरकार की मदद का सवाल है तो हर तरह की मदद कर रहे हैं। सरकार ने 1 लाख 70 हजार करोड़ का पैकेज रखा है। राज्य सरकारों को एमएफ फंड सहित कई तरह के फंडों को खर्च करने की छूट दी गई है। केंद्र सरकार हर तरह की मदद कर रही है।
तबलीगी जमात की बात करके हिंदू-मुस्लिम वाला माहौल बन गया है, इस पर क्या कहना है?
इसमें संदेह नहीं है, अगर तबलीगी जमात का फैलाव नहीं होता तो संकट इतना नहीं बढ़ता, अब तक आधी लड़ाई जीत जाते। जमात के लोगों को सर्च करना जरूरी है। अगर इनको नहीं खोजा जाएगा तो परेशानी होगी।
छत्तीसगढ़ सरकार के काम को कैसे देखते हैं?
हर सरकार काे काम करना चाहिए, छत्तीसगढ़ की सरकार ने भी वही किया है, लेकिन इसी के साथ एम्स के डॉक्टरों के रहने, खाने की व्यवस्था न करना दुर्भाग्यजनक है। सरकार ने स्वास्थ्य के लिए कुछ नहीं किया है। सरकार ने सामाजिक संस्थानों पर जो रोक लगाई है, वह गलत है। तो इसका मतलब यह है कि क्या सरकार भूपेश बघेल के थैलों में ही राहत सामग्री बांटेगी।
क्या आपकी पार्टी ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है?
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पत्र लिखा है। संभावना है, मुख्यमंत्री समझेंगे।