Congress BJP Poster War: पीएम मोदी और राहुल गांधी को कठपुतली दिखाया, बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने
बीजेपी और कांग्रेस के बीच पोस्टर वॉर को लेकर सियासत गरमा गई है। दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे पर राजनीति को निचले स्तर पर ले जाने का आरोप लगा रहे हैं। पढ़िये इस पोस्टर वॉर की शुरुआत कब और किसने की थी...;
देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच पोस्टर वॉर (Poster War) शुरू हो चुकी है। बीजेपी ने जहां राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को आज के युग का रावण (Ravan) बता दिया, वहीं कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) को अडानी ग्रुप की कठपुतली का पोस्टर (Puppet Poster) जारी कर पलटवार किया है। खास बात है कि कांग्रेस के इस हमले पर बीजेपी ने फिर से नया पोस्टर जारी कर दिया है, जिसमें राहुल गांधी को विदेशी ताकतों की कठपुतली बता दिया है। दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर रणनीति को निचले स्तर पर ले जाने का आरोप लगा रहे हैं। अब सवाल उठता है कि आखिरकार इस पोस्टर वॉर की शुरुआत किसने की। तो चलिये बताते हैं कि यह पूरा युद्ध किसने और कब शुरू किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने सबसे पहले इस पोस्टर वॉर की शुरुआत की थी। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान दौरे से पहले कांग्रेस ने X पर पोस्टर शेयर कर पीएम मोदी को जुमला ब्वॉय बताया था। यही नहीं, कांग्रेस ने एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी को सबसे झूठा इंसान बताया था। कांग्रेस के इस तंज से गुस्साई बीजेपी ने भी पलटवार किया और पोस्टर जारी कर राहुल गांधी को रावण जैसे दिखा दिया। कैप्शन में लिखा, 'वह दुष्ट है, धर्म विरोधी है, राम विरोधी है, उसका उद्देश्य भारत को नष्ट करना है। बीजेपी के इस पलटवार को कांग्रेस बर्दाश्त नहीं कर सकी। ऐसे में कांग्रेस ने एक और पोस्टर जारी कर दिया। इसमें पीएम मोदी को अडानी ग्रुप का कठपुतली बता दिया है। खास बात है कि कांग्रेस के इस हमले के बाद बीजेपी ने फिर से पलटवार किया। इस बार बीजेपी ने नए पोस्टर में राहुल गांधी को जॉर्ज सोरोस की कठपुतली बता दिया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि दोनों पार्टियों के बीच चल रही इस पोस्टर वॉर के जल्द थमने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
राजनीति में लिखी जा रही रामायण की पटकथा
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राजनीति में रामायण की पटकथा लिखी जा रही है। यह पटकथा आज से नहीं बल्कि पांच महीने पहले से ही लिखी जा रही है। सबसे पहले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अप्रैल महीने में विवादित टिप्पणी कर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को रावण बता दिया था। खास बात है कि बीजेपी पर तीखा हमला करने की बजाय गहलोत ने कहा था कि अगर मैं रावण हूं तो समझो, लेकिन तुम्हारे बस की बात नहीं कि तुम मर्यादा पुरुषोत्तम राम बन सको। वहीं, इससे पहले कांग्रेस लगातार अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पीएम मोदी के खिलाफ भी पोस्टर जारी कर रही थी। अब बीजेपी और कांग्रेस के बीच फिर से दोबारा पोस्टर वॉर शुरू हो चुकी है। इस लड़ाई में किसी जीत मिलेगी, यह तो चुनाव नतीजे सामने आने के बाद ही पता चल पाएगा।