PM ने विपक्षी गठबंधन 'INDIA' पर कसा तंज, राहुल ने किया पलटवार, कहा- आप जो चाहें हमें बुलाएं
Rahul Gandhi Attack PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) द्वारा विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) पर कटाक्ष करने के बाद कांग्रेस नेता ने राहुल गांधी ने ट्वीट कर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि हम मणिपुर को ठीक करने के साथ हर महिला और बच्चे के आंसू पोंछने में मदद करेंगे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट...;
Rahul Gandhi Attack PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) द्वारा विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) पर तीखा हमला करने के कुछ घंटों बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें उन नामों की परवाह नहीं है जिनके साथ उनका लेबल लगाया जाता है, लेकिन वे मणिपुर (Manipur) में शांति बहाल करेंगे। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि विपक्षी मोर्चा मणिपुर को ठीक करने में मदद करेगा और पूर्वोत्तर राज्य में भारत के विचार का दोबारा से निर्माण करेगा।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर क्या कहा
राहुल गांधी ने ट्विटर पर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मिस्टर मोदी, आप जो चाहें हमें बुला लें। हम इंडिया हैं। हम मणिपुर को ठीक करने और हर महिला और बच्चे के आंसू पोंछने में मदद करेंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि वहां के लोगों के लिए लिए प्यार और शांति को वापस लाएंगे। हम मणिपुर में भारत के विचार का पुनर्निर्माण करेंगे। गांधी मानसून सत्र में भाग नहीं ले रहे हैं क्योंकि मानहानि मामले (Defamation Case) में दोषी ठहराए जाने के बाद वह एक सांसद के रूप में अयोग्य हो गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था कटाक्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद के मानसून सत्र (Parliament Session) को लगातार बाधित करने के लिए विपक्ष पर कटाक्ष किया था और कहा कि हमने इतना दिशाहीन विपक्ष कभी नहीं देखा है। राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की संसदीय बैठक को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि विपक्षी एकता के नाम इंडिया के बारे में बात की और कहा कि केवल नाम जोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। गठबंधन की तुलना ब्रिटिश काल की ईस्ट इंडिया कंपनी (East India Company) से की।
उन्होंने कहा कि संसद में मौजूदा विपक्ष का काम विरोध करना है। पीएम बोले कि इंडिया भी इंडियन मुजाहिदीन और पीएफआई (PFI) के नाम पर था। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि विपक्ष बिखरा हुआ और हताश है और उनका रवैया ऐसा लग रहा है कि उन्हें लंबे समय तक सत्ता में रहने की इच्छा नहीं है।