CBI ने IAS अधिकारी Anil Ramod को रिश्वत लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार, घर से मिला 6 करोड़ कैश
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बीते शुक्रवार को पुणे के अतिरिक्त संभागीय आयुक्त (Additional Divisional Commissioner) अनिल गणपतराव रामोद (Anil Ganpatrao Ramod) को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि CBI ने रामोद को आठ लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उनके घर से 6 करोड़ रुपये कैश भी बरामद हुए हैं।;
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बीते शुक्रवार को पुणे (Pune) के अतिरिक्त संभागीय आयुक्त (Additional Divisional Commissioner) अनिल गणपतराव रामोद (Anil Ganpatrao Ramod) को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि CBI ने रामोद को आठ लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसके बाद जब रामोद के घर की तलाशी ली गई, तो घर से भी करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेजों के अलावा छह करोड़ रुपये की नकदी भी बरामद की है। फिलहाल मामले में आगे की जांच चल रही है। आरोपी अनिल से सीबीआई लगातार पूछताछ कर रही है।
अनिल गणपतराव रामोद पर लगे ये आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनिल गणपतराव रामोद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India) के लिए महाराष्ट्र में पुणे, सोलापुर और सातारा जिलों के मध्यस्थ भी हैं। बता दें कि अनिल ने सातारा और सोलापुर में हाईवे और संबंधित बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए अधिग्रहीत की जाने वाली जमीन के लिए अधिक मुआवजे की मांग कर रहे किसानों से रिश्वत मांगी थी। इसी मामले में सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। CBI के प्रवक्ता ने बताया कि रामोद ने इस मामले को लंबे समय से लंबित रखा। वहीं, जब किसानों ने इस संबंध में उनसे संपर्क किया, तो अनिल ने बढ़े हुए मुआवजे की राशि का 10 प्रतिशत रिश्वत के रूप में मांगा था।
अनिल को पकड़ने के लिए बिछाया जाल
सीबीआई ने जानकारी देते हुए बताया कि इस राजमार्ग परियोजना के लिए अधिग्रहीत जमीन के लिए 1.25 करोड़ के बढ़े हुए मुआवजे का भुगतान के बदले रामोद ने किसान से 10 लाख रुपये की मांग की थी। आखिरकार किसानों और अनिल के बीच आठ लाख रुपये पर समझौता हो गया था। इसके बाद किसानों ने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी। फिर सीबीआई ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और रामोद को आठ लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।
छापेमारी में 14 अचल संपत्तियों के दस्तावेज बरामद
सीबीआई के अधिकारी ने बताया कि इस मामले के सामने आने के बाद पुणे में रामोद के आधिकारिक आवास और तीन स्थानों पर उसकी निजी संपत्तियों की भी तलाशी ली गई। इस दौरान सीबीआई ने छह करोड़ रुपये की नकदी के अलावा उनके या उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 14 अचल संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए हैं। फिलहाल इस मामले में पूछताछ की जा रही है।
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