Land For Job Scam: बिहार से दिल्ली तक CBI रेड, RJD विधायकों से कनेक्शन
सीबीआई (CBI) ने मंगलवार को बिहार (Bihar) के पटना (Patna) और आरा में राष्ट्रीय जनता दल के नेता किरण देवी और अरुण यादव से जुड़ी नौ जगहों पर 'लैंड फॉर जॉब' (Land For Job Scam) घोटाले की जांच के सिलसिले में छापेमारी की है।;
सीबीआई (CBI) ने मंगलवार को बिहार (Bihar) के पटना (Patna) और आरा में राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं किरण देवी और अरुण यादव से जुड़ी नौ जगहों पर 'लैंड फॉर जॉब' (Land For Job Scam) घोटाले की जांच के सिलसिले में छापेमारी की है। साथ ही, सीबीआई की अन्य टीमें भी नोएडा, दिल्ली, गुरुग्राम और रेवाड़ी में प्रेम चंद गुप्ता नाम के एक व्यक्ति से जुड़े हुए ठिकानों पर भी तलाशी कर रही है। किरण देवी (Kiran Devi) के बारे में यह कहा जाता है कि वह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के बेहद नजदीक हैं।
सीबीआई कर रही किरण देवी के आवास पर छापेमारी
विधायक किरण देवी लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) के करीबी और पूर्व विधायक अरुण यादव की पत्नी हैं। अरूण यादव बिहार में रेत के बहुत बड़े कारोबारी हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राबड़ी देवी के अपार्टमेंट में सारे फ्लैट की खरीदारी अरुण यादव ने ही की थी। अरूण यादव पर रेप का आरोप लगा था, जिसके बाद वह चुनाव भी नहीं लड़ सके थे। सीबीआई की टीम की छापेमारी को देखते हुए किरण देवी के आवास के बाहर उनके समर्थकों की काफी भीड़ लग गई है और वहां पर माहौल काफी तनावपूर्ण बना हुआ है।
सीबीआई (CBI) ने पिछले साल मई में 'लैंड फॉर जॉब' (Land For Job Scam) भ्रष्टाचार के एक मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस मामले में लालू, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव सहित 16 लोगों को आरोपी बनाया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लालू जब केंद्र की यूपीए-1 सरकार के दौरान रेल मंत्री थे, तब कम से कम आठ लोगों को जमीन बदले रेलवे नौकरी दी गई थी। सीबीआई पहले ही लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) से पूछताछ कर चुकी है। जांच के दौरान कुछ नए सबूत सामने आए हैं। इन्ही के आधार पर सीबीआई की टीमें छापेमारी कर रही हैं।
सीबीआई और ईडी की कार्रवाई में हुई बढ़ोतरी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2014 के बाद तकरीबन 9 सालों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की कार्रवाई में चार गुना की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान तकरीबन 121 नेता जांच के दायरे में आए, जिनमें से करीब 115 विपक्षी दलों से संबंध रखते हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, झारखंड, छत्तीसगढ़ में विपक्षी राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं के आवास पर छापेमारी की। साथ ही पूछताछ भी की और कई को जेल भी भेज दिया।