Chamba Communal Tension: चंबा में दलित युवक की हत्या के बाद सांप्रदायिक तनाव, मुस्लिम आरोपी का घर फूंका
Communal Tension in Chamba: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के चंबा जिले में एक 22 वर्षीय दलित युवक की हत्या के बाद गुस्साई भीड़ ने मुख्य आरोपी मोहम्मद शरीफ के घर को आग के हवाले कर दिया है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सांप्रदायिक तनाव को लेकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही, बीजेपी (BJP) से मामले पर राजनीति न करने की अपील की है।;
Chamba Murder Case Updates: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के चंबा जिले में एक 22 वर्षीय दलित युवक की निर्मम हत्या कर दी गई। इस हत्या के बाद चंबा (Chamba) सुलग उठा है। हिंदू संगठन (Hindu Organisation) के लोगों के द्वारा विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। भीड़ ने मुख्य आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया है। बिगड़ते हालात को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट पर है और चंबा जिले में दो महीने के लिए धारा 144 लागू (Section-144) कर दी गई है। इसमें हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने कहा कि भाजपा को मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने लोगों से भी शांति बनाने की अपील की है।
बता दें कि बीते 6 जून 2023 को मनोहर अपने घर से लापता हो गया था। उसका शव पुलिस ने 9 जून 2023 सलूनी के बांदल पंचायत के एक नाले से बरामद किया था। उसके शव को कई टुकड़ों में काटा गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस युवक का एक अल्पसंख्यक समुदाय की लड़की से प्रेम संबंध था। लड़की के परिजनों पर युवकी की हत्या का आरोप है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए अब तक आठ लोगों को अरेस्ट कर लिया है। इसमें मोहम्मद शरीफ और उसकी बेटी भी शामिल है।
हिमाचल सीएम की प्रतिक्रिया
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने हत्या और उसके बाद घर को जलाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि दोषियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और अगर विपक्ष इस मामले की एनआईए (NIA) जांच चाहता है, तो भी कोई आपत्ति नहीं है। सुक्खू ने कहा कि यह एक बहुत ही संवेदनशील मामला है और विपक्ष दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) को इस घटना से तनाव पैदा करने और राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। सीएम ने लोगों से शांति बनाए रखने और चल रही जांच में सहयोग करने की अपील की है।
Also Read: मणिपुर में हिंसा जारी, केंद्रीय मंत्री के आवास पर हमला, घर में लगाई आग
बीजेपी ने की थी एनआईए जांच की मांग
बीजेपी (BJP) ने इस मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुख्य आरोपी शरीफ मोहम्मद से 1998 में हुई एक आतंकी घटना के संबंध में भी पूछताछ की गई थी। साथ ही, यह भी कहा कि उसने भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है। नेता प्रतिपक्ष कि इस दलित युवक की हत्या कोई आम आदमी नहीं कर सकता है।