Shiv Shakti VS Jawahar Point: चंद्रयान-3 के लैंडिंग का नाम शिवशक्ति ही क्यों, शिया मौलाना ने जताई आपत्ति
Shiv Shakti VS Jawahar Point: चंद्रयान-3 का चंद्रमा लैंडर जिस जगह पर उतरा, उस बिंदु को 'शिवशक्ति' के नाम से जाना जाएगा। इसके बाद इस मामले पर विवाद भी शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ स्थित शिया मौलाना सैफ अब्बास नकवी और ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है।;
Shiv Shakti VS Jawahar Point: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) ने सॉफ्ट लैंडिग की थी, उस जगह का नाम शिवशक्ति (Shiv Shakti) करने की घोषणा की है। इसके बाद शिवशक्ति प्वांइट को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ स्थित शिया मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने इस पर कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 मिशन में कड़ी मेहनत की है। यह पूरे देश की कामयाबी है। इसको शिवशक्ति नाम देना सही नहीं है। इसका नाम हिंदुस्तान रखा जाना चाहिए।
शिया मौलाना सैफ अब्बास नकवी बोले- नाम इंडिया होना चाहिए
मौलाना सैफ अब्बास ने इस मामले में उदाहरण देते हुए कहा कि जैसा कि यूपी के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के मंसूर गांव में बीते 24 अगस्त को जो घटना घटी थी। वह इसी तरह की सोच का एक परिणाम थी। उन्होंने कहा कि चाहे मुंबई में आरपीएफ कॉन्सटेबल (RPF Constable) के द्वारा रेल में लोगों पर गोली चलाना, ये सब ऐसी ही सोच का नतीजा थी। उन्होंने आगे कहा कि जहां विक्रम लैंडर (Vikram Lander) दक्षिणी ध्रुव के ऊपर लैंड किया है। उसका नाम इंडिया या भारत या हिंदुस्तान रखना चाहिए था। ताकि, वहां पर भारत का तिरंगा लहराता रहे।
इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई थी। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर चंद्र अभियान में भी परिवारवाद करने का तंज कसा है। यह तंज चंद्रयान-1 के जवाहर प्वाइंट नाम रखे जाने को लेकर कसा गया था। इससे संबंधित खबर पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें...
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने क्या कहा
यूपी के बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Muslim Jamaat) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि चांद पर चंद्रयान 3 (Chandrayaan-3) का पहुंचना भारत के लिए बहुत ही गर्व की बात है। यह भारत करोड़ों लोगों के लिए बड़ी खुशी वाला था। मगर उस जगह का नाम शिवशक्ति दिया गया है। उन्होंने कहा कि इससे विश्व के बहुत सारे लोगों और भारत के बहुत सारे नागरिकों को भी आपत्ति होगी। बरेलवी ने कहा कि इस तरह का नाम ना रखा जाए, जो लोगों को किसी भी तरह की तकलीफ दे।