India China: चीनी मीडिया की भारत को धमकी, हमारे सैनिकों के सामने टिक नहीं पाएगी आपकी आर्मी
भारत और चीन के बीच तनाव तेज होता जा रहा है। अब चीनी मीडिया ने धमकी देते हुए कहा कि भारत लद्दाख के पैंगांग त्सो से जल्द अपनी सेना को हटाए नहीं, तो अगर दोनों देशों में युद्ध हुआ। तो आपकी सेना हमारे जवानों के सामने टिक नहीं पाएगी।;
भारत और चीन के बीच तनाव तेज होता जा रहा है। अब चीनी मीडिया ने धमकी देते हुए कहा कि भारत लद्दाख के पैंगांग त्सो से जल्द अपनी सेना को हटाए नहीं तो अगर दोनों देशों में युद्ध हुआ। तो आपकी सेना हमारे जवानों के सामने टिक नहीं पाएगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी मीडिया ने कहा कि भारत पैगांग त्सो से अपने जवानों को हटा ले, क्योंकि ठंड के मौसम में चीनी सैनिक वहीं डटे रहेंगे। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि अगर भारत पैगांग त्सो से अपनी सेना नहीं हटाता है, तो ठंड के दौरान हमारी सेना वहीं डटी रहेगी और ऐसे में युद्ध हुआ, तो भारतीय सेना हमारे सामने ठहर नहीं पाएगी।
भारतीय सेना पर उंगली उठाते हुए कहा कि अगर भारत शांति चाहता है तो दोनों देशों को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल की 7 नवंबर 1959 की स्थिति को ही मानना होगा। लेकिन आप अपनी सेना हटाएं।
भारतीय सीमा पर तैनात चीनी सैनिक
रिपोर्टों में कहा गया है कि सैनिकों, बंदूक और विमानों को न केवल चीन के विभिन्न हिस्सों से बल्कि विभिन्न कमांडों से भी सीमावर्ती क्षेत्रों के पास आने के लिए कहा गया है। सीमा पर चीन ने भारत के सामने अपने 5 हजार सैनिक और फाइटर जेट खड़े कर दिए हैं।
चीन-भारत सीमा क्षेत्र पीएलए के पश्चिमी कमांड के अंतर्गत आता है। जो कि मुख्य भूमि के भूगोल को कवर करने वाले कमांड के पांच ठिकानों में से एक है। शिनजियांग में उत्तर-पश्चिम चीन के रेगिस्तानी इलाकों और दक्षिण-पश्चिम चीन के टीएआर में तैनात कई टुकड़ियों को सैन्य युद्धाभ्यास करने का आदेश दिया गया है।
भारत ने दिया जवाब
जिन चीनी सैन्य विशेषज्ञों ने एचटी की तैनाती के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की, वे बाहर कर दिए गए। वहीं भारत ने चीन के इन आरोपों को बार-बार खारिज किया कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी हिस्से को पार किया। भारतीय सैनिकों ने कहा कि हमेशा सीमा प्रबंधन और शांति बनाए रखने के लिए काम किया है।