जम्मू-कश्मीर: नौगाम इलाके में आतंकियों का बड़ा हमला, एक CID इंस्पेक्टर शहीद
शहीद हुए इंस्पेक्टर की पहचान परवेज अहमद डार के रूप में हुई है। परवेज अहमद डार श्रीनगर के पारिमपोरा पुलिस स्टेशन पर तैनात थे। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है।;
जम्मू-कश्मीर में आतंकी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। कश्मीर में आतंकियों ने मंगलवार को एक बड़ी घटना को अंजाम दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) में तैनात इंस्पेक्टर को गोलियों से भून दिया। इस हमले में CID के इंस्पेक्टर शहीद हो गए। यह घटना श्रीनगर के नौगाम इलाके में हुई है।
शहीद हुए इंस्पेक्टर की पहचान परवेज अहमद डार के रूप में हुई है। परवेज अहमद डार श्रीनगर के पारिमपोरा पुलिस स्टेशन पर तैनात थे। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है कि सीआईडी इंस्पेक्टर परवेज पर दो आतंकियों ने गोलियां चलाई थी। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
सुरक्षाबलों ने रविवार को तीन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मार गिराए
जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते रविवार को बारामूला जिले के सोपोर इलाके में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया था। इस एनकाउंटर में लश्कर-ए-तैयबा का मोस्ट वांटेड कमांडर मुदस्सिर पंडित भी मारा गया था। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया था कि मारे गए तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकी कमांडर थे। विदेशी आतंकवादी की पहचान असरार अब्दुल्ला के तौर पर हुई है, वह पाकिस्तान का रहने वाला था और उत्तर कश्मीर में साल 2018 से एक्टिव था।
इसके अलावा पुलिस महानिदेशक ने बताया था कि ये आतंकवादी 2 बड़े हमलों में भी शामिल थे। जिनमें से एक हमला 29 मार्च और दूसरा 12 जून को हुआ था। पहले हमले में दो निगम पार्षदों और एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी। जबकि दूसरा में दो पुलिसकर्मी और दो आम नागरिक मारे गए थे।