खुलासा : सीएम कमलनाथ को मंजूर नहीं था ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेले का डिप्टी सीएम बनना
मध्यप्रदेश कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम कमल नाथ के बीच बनी दूरियों को लेकर खुलासा हुआ है। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने किसी चेले को उप मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। लेकिन सीएम कमलनाथ ने ऐसा नहीं होने दिया।;
मध्यप्रदेश कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सीएम कमल नाथ से मनमुटाव और शीर्ष नेतृत्व का साथ न मिलने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्तीफा दिया है। इसके साथ ही विधायकों के इस्तीफे दिलाकर कमल नाथ सरकार को अल्पमत में लाकर खड़ा कर दिया।
मध्यप्रदेश और राजस्थान के चुनाव के बाद कांग्रेस नेताओं के बीच मुख्यमंत्री बनने को लेकर दौड़ थी। राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट इस दौड़ में थे। जबकि मध्यप्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दावा ठोका था। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान ने इसका तोड़ निकालते हुए मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री बनाने की बात कही। राजस्थान में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री और सचिन पायलट को उप मुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया गया है। सचिन पायलट प्रदेश अध्यक्ष पद अतिरिक्त मिलने पर ऑफर लेने के लिए तैयार हो गए।
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक मध्यप्रदेश में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया। इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया को उप मुख्यमंत्री बनाने का ऑफर दिया। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे प्रतिष्ठा के अनुकूल न मानते हुए इंकार कर दिया। साथ ही अपने गुट के दूसरे नेता को उप मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव कांग्रेस आलाकमान के सामने रख दिया। जिसका विरोध कमल नाथ ने किया और उप मुख्यमंत्री किसी को नहीं बनने दिया।
दिग्विजिय सिंह ने किया खुलासा
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने सिंह ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने चेले को उप मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। लेकिन कमल नाथ ने ऐसा नहीं होने दिया था। जिसके कारण इनके बीच दूरियां अधिक बढ़ गई। कांग्रेस की रणनीतिक चूक मानते हुए कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी से इस्तीपा दे देंगे, इसका अंदाजा भी नहीं था।