Congress Chintan Shivir live: भूपेंद्र हुड्डा बोले- किसानों की जमीन नहीं होनी चाहिए नीलाम, चिदंबरम का भी मोदी सरकार पर बड़ा हमला

राजस्थान के उदयपुर में आज कांग्रेस के चिंतन शिविर (नव संकल्प शिविर) का दूसरा दिन है। यहां पूर्व मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार किया।;

Update: 2022-05-14 07:11 GMT

राजस्थान के उदयपुर में आज कांग्रेस के चिंतन शिविर (नव संकल्प शिविर) का दूसरा दिन है। यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार किया और महंगाई के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उधर, कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों की आवाज उठाई है। पढ़िये यह रिपोर्ट... 

हुड्डा बोले- किसानों की जमीन नहीं होनी चाहिए नीलाम

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस द्वारा चिंतन शिविर के लिए गठित किसान एवं कृषि समिति का संयोजन बनाया गया है। उन्होंने आज पत्रकारवार्ता में कहा कि हमें राष्ट्रीय कृषि ऋण राहत आयोग स्थापित करने का सुझाव मिला है। किसान के डिफॉल्ट में किसी की जमीन नीलाम नहीं होनी चाहिए और न ही कोई आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। साथ ही MSP पर लीगल गारंटी होनी चाहिए।

चिदंबरम ने महंगाई पर मोदी सरकार को घेरा 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि आज महंगाई बढ़ रही है। जनता परेशान है, लेकिन महंगाई से निपटने की केंद्र की कोई तैयारी नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गेहूं का निर्यात का निर्णय भी विरोधी है। उन्होंने कहा कि मुझे 1991 की पॉलिसी बनाने का अनुभव है। केंद्र को भी आर्थिक सुधार में लाने की जरूरत है। 

चिदंबरम ने कहा कि बाजपेयी ने इंडिया शाइनिंग कैंपेन चलाया था, जो असफल रहा। अब मोदी सरकार भी यही दोहरा रही है। शाइनिंग कैंपेन के बाद जनता ने बीजेपी को नकार दिया था क्योंकि लोगों की जिंदगी में कोई बदलाव नहीं हुआ था। मोदी सरकार भी यही दावे कर रही है कि गरीबों के लोगों में सुधार हुआ है।

पी चिदंबरम ने कहा कि हम उदारीकरण के कदम पीछे खींचने के पक्षधर नहीं हैं, लेकिन गरीबी असमानता बढ़ रही है। यह बेहद चिंताजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार महंगाई, बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा न हो, इसके लिए लोगों के आपसी सौहार्द को नहीं बिगाड़ा जाना चाहिए। आज भी देश में 50 फीसदी महिलाएं एनिमिया से पीड़ित हैं। आज हलाल और झटका मीट जैसे मुद्दे उठाने का कोई तुक नहीं है। सभी विपक्ष दलों को मुख्य मुद्दों पर बहस करने के लिए केंद्र पर कड़ा दबाव बनाना चाहिए।

एक अन्य सवाल के जवाब में पी चिदंबरम ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह को महंगाई नहीं बताई जा सकती। इस वार से पहले ही पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें पहले से ज्यादा थीं। रसोई गैस और सब्जियों तक हर जगह महंगाई बढ़ी। यह सब केंद्र की गलत नीतियों की वजह से हुई है। केंद्र बढ़ती महंगाई के लिए यूक्रेन वॉर को बहाना नहीं बना सकती। 

सोनिया गांधी ने भी किया मोदी सरकार पर प्रहार

बता दें कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहले दिन मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार किया था। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार और उनके साथी मंत्री अहम मुद्दों पर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि यह वक्त आ गया है, जब कांग्रेस नेताओं को अपने निजी स्वार्थ छोड़कर पार्टी के लिए एकजुटता के साथ कार्य करना होगा। कांग्रेस ने हम सबके लिए काफी कुछ दिया है, अब समय है कि हम भी पार्टी को उसका वही गौरव लौटाएं। 

चिंतन शिविर के दूसरे दिन यानी आज शाम 8 बजे चिंतन शिविर के लिए बने छह ग्रुपों की बैठक होगी। इसमें कांग्रेस कार्य समिति में रखे जाने वाले प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया जाएगा। रविवार को 3 बजे से चिंतिन शिविर का समापन सत्र होगा। समापन सत्र में बदलावों की घोषणा और आगे के एक्शन प्लान को सार्वजनिक किया जाएगा।



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