Congress Foundation Day: कांग्रेस पार्टी गुजर रही कठिन दौर से, अब राहुल गांधी के माथे पर लगा ये कलंक
Congress Foundation Day: भारत की आजादी में अपना अहम योगदान देने वाली कांग्रेस पार्टी आज अपना 136वां स्थापना दिवस मना रही है।;
Congress Foundation Day: भारत की आजादी में अपना अहम योगदान देने वाली कांग्रेस पार्टी आज अपना 136वां स्थापना दिवस मना रही है। ऐसे में इस पार्टी को पूरे 135 साल हो चुके हैं। अच्छा हो या बुरा दौर, हर वक्त की कहानी कांग्रेस पार्टी के नेताओं से लेकर कर्यकर्ताओं ने देखी है। लेकिन इस वक्त पार्टी बड़े ही कठीन दौर से गुजर रहे है।
कांग्रेस के स्थापना दिवस पर वरिष्ठ नेता एके एंटोनी ने ध्वजारोहण किया। ऐसे पहली बार है जब स्थापना दिवस के मौके पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी मौजूद नहीं रहे। वहीं स्थापना दिवस पर प्रियंका गांधी, गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, पवन बंसल, राजीव शुक्ला भी मौजूद रहीं।
आज कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की गैर मौजूदगी में कांग्रेस ने अपना स्थापना दिवस मनाया है। इस दिन राहुल गांधी इटली में मौजूद हैं। वहीं सोनिया गांधी भी यहां नहीं हैं। दोनों ही प्रमुख नेताओं के यहां न होना पार्टी में एक बड़ा मैसेज देता है। एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष के लिए दोबारा से राहुल गांधी का नाम है और वो कह चुके हैं कि वो जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं। पार्टी के स्थापना दिवस पर उनका यहं न होना उनके माथे पर कलंक जैसा ही लगता है।
बता दें कि 28 दिसंबर 1885 का दिन देश और विश्व के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया था। जब पहली बार कांग्रेस पार्टी की भारत में स्थापना हुई थी। कांग्रेस नेता कहते हैं कि ये पार्टी कोई सत्ता या पद के लिये नहीं बल्कि देश के लोगों को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करने के लिए बनी थी। इस मौके पर सोनिया गांधी ने संदेश जारी करते हुए कहा कि सभी प्यारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कांग्रेस स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आजादी की लड़ाई से लेकर अब तक इस सफर में कांग्रेस ने देश प्रेम, निडरता, बगैर स्वार्थ जनसेवा, भाईचारा, एकता और अखंडता जैसे मूल्यों के लिये ही संघर्ष किया।