पी चिदंबरम ने 'लव जिहाद' कानून को बताया असंवैधानिक, बोले- ये छलावा और बहुसंख्यकों के एजेंडे का है हिस्सा
कांग्रेस नेता ने कहा कि कुछ राज्य सरकारों के द्वारा लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने का प्रस्ताव देना, असंवैधानिक होगा। भाजपा शासित कई सरकारें लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की प्रक्रिया में हैं।;
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य कथित 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून बनाने की योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस नेता ने इसे छलावा और बहुसंख्यकों के एजेंडे का हिस्सा करार दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने का कि यह अदालतों में नहीं टिक पाएगा। क्योंकि, भारतीय कानून में विभिन्न धर्मों के बीच शादी की इजाजत दी गई है। कुछ सरकारों द्वारा इसे प्रोत्साहित भी किया जाता है। लव जिहाद पर कानून एक छलावा है। यह बहुसंख्यकों के एजेंडे का एक हिस्सा है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कुछ राज्य सरकारों के द्वारा लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने का प्रस्ताव देना, असंवैधानिक होगा। भाजपा शासित कई सरकारें लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की प्रक्रिया में हैं। इसमें यूपी की योगी सरकार ने तो धर्मांतरण के खिलाफ अध्यादेश लाने का ऐलान कर दिया है।
खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) चीफ मोहन भागवत ने इसी हफ्ते अपनी दो दिवसीय यात्रा पर लखनऊ पहुंचे थे। यहां पर मोहन भागवत ने धर्म परिवर्तन का मुद्दा भी उठाया था। वहीं हरियाणा की महनोहर खट्टर लाल सरकार का कहना है कि वह राज्य में इसके लिए कानून बनाएगी।
धर्मांतरण विरोधी कानून किसी भी व्यक्ति को सीधे या अन्य तरीके से किसी अन्य व्यक्ति को 'जबरन' या 'धोखाधड़ी' के जरिए धर्म परिवर्तित करने की कोशिशों को रोकतें हैं।
इन राज्यों में है धर्मांतरण विरोधी कानून
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ओडिशा, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में धर्मांतरण विरोधी कानून हैं।