पूर्वी लद्दाख में चीन का दूसरा पुल बनने पर कांग्रेस का केंद्र पर तंज, राहुल बोले- नरम नजरिए से नहीं चलेगा काम
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने चीन (China) को भारत (India) की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए कहा कि नरम और उदार रवैया उसके साथ काम नहीं करेगा, इसलिए सख्त भाषा में प्रतिक्रिया देना जरूरी हो गया है।;
पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में पैंगोंग झील (Pangong Lake) के पास चीन (China) का दूसरा पुल बनने के बाद कांग्रेस (Congress) ने शुक्रवार को एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने चीन (China) को भारत (India) की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए कहा कि नरम और उदार रवैया उसके साथ काम नहीं करेगा, इसलिए सख्त भाषा में प्रतिक्रिया देना जरूरी हो गया है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। राहुल ने ट्वीट किया, ''चीन ने पैंगोंग पर पहला पुल बनाया। भारत सरकार ने कहा हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है, इसलिए एक डरपोक और हल्की प्रतिक्रिया काम नहीं करेगी। प्रधानमंत्री को हर कीमत पर देश की रक्षा करनी चाहिए।"
वही दूसरी ओर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ ने बाद में पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि पैंगोंग झील पर चीन के दूसरे पुल के निर्माण पर विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) का बयान विरोधाभासी है। अगर मंत्रालय के पास सही पता नहीं है तो रक्षा मंत्रालय को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और देश को अंधेरे में नहीं रखना चाहिए।
पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील (Pangong Lake) का वह इलाका जहां चीन पुल बना रहा है, हमारी सरकार उस इलाके को दशकों से चीन का 'अनधिकृत कब्जा' वाला इलाका मानती है। इस पुल के निर्माण पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हमने पुल पर रिपोर्ट देखी है। यह एक सैन्य मुद्दा है। हम इसे एक अधिकृत क्षेत्र मानते हैं। केवल रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defense) ही इस मामले में बेहतर बयान दे सकता है।"