Covid 4th Wave: जानें क्या होता है जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट, कोरोना की चौथी लहर को लेकर जारी हुई गाइडलाइंस

भारत में अब तक बीएफ.7 वेरिएंट के कुल 5 मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद जीनोम सीक्वेंसिंग का काम तेज हो गया है।;

Update: 2022-12-23 05:24 GMT

चीन में कोविड का संक्रमण दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। पूरी दुनिया में एक बार फिर से कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। भारत कोरोना की पहली तीन लहरों के दौरान लगाए गए प्रतिबंध की वजह से सफल रहा। अब अपनी अर्थव्यवस्था को ठीक कर रहा है। लेकिन इसी बीच अब कोरोना की चौथी लहर को लेकर अलार्म बज गया है। पीएम मोदी ने खुद कोरोना को लेकर हाई लेवल मीटिंग ली और जरूरी निर्देश दिए। इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी लगातार अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।

कोरोना की चौथी लहर को लेकर जारी हुई गाइडलाइंस

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कोरोना की चौथी लहर को लेकर डवाइजरी जारी कर दी गई है। लोगों को सार्वजनिक जगहों पर मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। साथ ही लोगों को शादियों, राजनीतिक या सामाजिक समारोहों और विदेशी यात्रा से बचने के लिए कहा गया है। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं। जैसे ही आपको बुखार, गले में खराश, खांसी या लूज मोशन जैसे किसी भी लक्षण का अनुभव हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

जानें क्या होती है जीनोम सीक्वेंसिंग

भारत में अब तक बीएफ.7 वेरिएंट के कुल 5 मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद जीनोम सीक्वेंसिंग का काम तेज हो गया है। खुद केंद्र सरकार ने भी जीनोम सीक्वेंसिंग पर भी जोर दिया है। आखिर क्या होती है जीनोम सीक्वेंसिंग। जीनोम सीक्वेंसिंग एक तरह का टेस्ट होता है। इस टेस्ट के जरिए यह पता लगाया जाता है कि लोग वायरस के किस वेरिएंट की वजह से संक्रमित हो रहे हैं। जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद से वायरस से जुड़ी तमाम जानकारियां जैसे कि इसके वेरिएंट, सब-वेरिएंट और इसके बारे में पूरी जानकारी के बारे में जाना जा सकता है। जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद से किसी भी व्यक्ति के अलग-अलग जीनोम का पता लगाया जाता है।

भारत में कहां कहां हैं जीनोम सीक्वेंसिंग लैब

1. जीनोमिक्स और एकीकृत जीव विज्ञान संस्थान - नई दिल्ली

2. सेलुलर और आणविक जीव विज्ञान के लिए सीएसआईआर-पुरातत्व - हैदराबाद

3. डीबीटी - जीवन विज्ञान संस्थान - भुवनेश्वर

4. डीबीटी-इन एसटीईएम-एनसीबीएस - बेंगलुरु

5. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स - नई दिल्ली

6. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी - पुणे

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