CRPF के सब-इंस्पेक्टर ने सीनियर ऑफिसर को गाेली मारकर खुद भी की आत्महत्या, 122 बटालियन में तैनात थे दोनों जवान
लोधी एस्टेट इलाके में शुक्रवार रात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक एसआई ने इंस्पेक्टर की सरकारी एके-47 गन से गोली मारकर हत्या कर दी। और फिर खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।;
दिल्ली के वीवीआईपी लोधी एस्टेट इलाके में शुक्रवार रात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक एसआई ने इंस्पेक्टर की सरकारी एके-47 गन से गोली मारकर हत्या कर दी। और फिर कथित रूप से खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
सूचना मिलते ही मौके पर लोकल पुलिस के अलावा आला अधिकारी पहुंच गए। मृतकों में इंस्पेक्टर दशरथ सिंह (56) और करनैल सिंह (55) है। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया है।
सीसीटीवी से कर रहे मामले की जांच
शुरूआती जांच के बाद पुलिस आशंका व्यक्त कर रही है कि आपसी कहासुनी के दौरान एसआई ने इंस्पेक्टर को गोली मारकर हत्या की और बाद में आत्महत्या कर ली। फिलहाल तुगलक रोड थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अलावा सीआरपीएफ ने भी पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं, पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल कर मामले की जांच कर रही है।
लोधी एस्टेट में थी ड्यूटी
पुलिस के मुताबिक, इंस्पेक्टर दशरथ सिंह, हरियाणा और एसआई करनैल सिंह उधमपुर, जम्मू के रहने वाले थे। दोनों की तैनात सीआरपीएफ की 122 बटालियन में थी। पिछले कुछ दिनों से दोनों की ड्यूटी लोधी एस्टेट स्थित बंगला नंबर-61 में चल रही थी। दशरत और करनैल दोनों इसी बंगले के क्वार्टर में रहते थे। देर रात करीब 10:30 बजे तुगलक रोड थाना पुलिस को लोधी एस्टेट के बंगले नंबर=61 में गोलियां चलने की सूचना मिली।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि गार्ड रूम के नजदीक करनैल का शव पड़ा था, जबकि स्टाफ क्वार्टर के अंदर इंस्पेक्टर का शव फर्श पड़ा हुआ था। करनैल के सिर में गोली लगी थी और उसके पास सरकारी गन भी पड़ी थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दशरथ ने रात को खाना खाने के लिए अपना टिफिन खोला ही था। उसी दौरान उसे गोली मारी गई।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बेहद नजदीकी से दशरथ के चेहरे पर गोली मारी गई थी। एसआई ने दशरथ को गोली मारने के बाद खुद की ढोड़ी से सटाकर गोली मार ली। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। देर रात को क्राइम टीम के अलावा एफएसएल की टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। यह बंगला गृह मंत्रालय के नाम पर आवंटित है। यहां गृह मंत्रालय की एक विंग का दफ्तर हैं। बंगले की सुरक्षा के लिए यहां सीआरपीएफ को तैनात किया गया है। 12-15 जवान अलग-अलग शिफ्ट में यहां सुरक्षा में रहते हैं।
कमरे में रहने को लेकर हुआ था विवाद
सूत्रों का कहना है कि जिस कमरे में दशरथ रहता था, उस कमरे को लेकर अक्सर करनैल और दशरथ के बीच कहासुनी होती रहती थी। आशंका जताई जा रही है कि शुक्रवार को भी इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ होगा। सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच हाथपाई भी हुई थी, जिसके बाद करनैल ने दशरथ को गोली मारने के बाद खुद को भी गोली मार दी।
अभी वजह साफ नहीं
नई दिल्ली के डीएसपी ईश सिंघल ने कहा कि अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि एसआई ने वारदात को क्यों अंजाम दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सीआरपीएफ ने भी दिए जांच के आदेश
सीआरपीएफ के डीआईजी व प्रवक्ता एम. दिनाकरन ने कहा कि मामले की छानबीन और तथ्यों को सामने लाने के लिए सीआरपीएफ ने भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एसआई ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसकी भी पड़ताल की जा रही है।