विदेश में रह रहे रिश्तेदार का अनजान नंबर से आ रहा है कॉल तो हो जाए सावधान, मदद के लिए एक फोन से खाली हो सकता है अकाउंट

आजकल साइबर ठगी के एक अलग तरह से मामले सामने आ रहे हैं। साइबर ठग खुद को पीड़ित का रिश्तेदार बताते हुए कॉल करते हैं, जिसके बाद लाखों का चूना लगा देते हैं।;

Update: 2022-09-29 11:51 GMT

आज का जमाना सोशल मीडिया (social media) का है। युवा, बच्चे और बड़े सभी सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं। कई बार लोग अपनी निजी पारिवारिक फोटोज और जानकारियों को भी सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं। सोशल मीडिया पर हमारी जिंदगी खुली किताब की तरह हो गई है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कोई सोशल मीडिया पर आपके द्वारा डाली गई किसी जानकारी का फायदा उठाकर आपको लाखों का चूना लगा सकता है? जी हां आजकल ऐसा धड़ल्ले से हो रहा है। पिछले कई दिनों से ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें ठग कभी किसी का भतीजा तो कभी किसी का दोस्त बनकर फोन करते हैं। किसी इमरजेंसी हालात का हवाला देकर आपसे पैसों की मांग करते हैं और आपको चूना लगा देते हैं। ऐसा ज्यादातर लोगों के विदेशों में रह रहे रिश्तेदारों या दोस्तों के नाम पर होता है। ज्यादातर मामलों में ठगों को यह जानकरी सोशल मीडिया से मिलती है कि किस का रिश्तेदार या दोस्त विदेश में रह रहा है। इसलिए आगे से सोशल मीडिया पर कुछ भी डालने से पहले 100 बार सोचिये। आज हम आपको ऐसे ही कुछ मामलों के बारे में बताते हैं कि ये ठग किस तरह से लोगों को चूना लगा रहे हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है।

भतीजा बनकर कॉल किया, पांच लाख का चूना लगाया

पिछले दिनों पंचकूला निवासी प्रेमचंद साइबर ठगी (cyber fraud) की समस्या लेकर चंडीगढ़ पुलिस (Chandigarh Police) के पास पहुंचे। अपनी शिकायत में प्रेमचंद ने बताया कि उनका भतीजा कनाडा (Canada) में रहकर पढ़ाई कर रहा है। 16 सितंबर को उनकी पत्नी के पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को उनका भतीजा बताते हुआ कहा कि एक पार्टी में उसका किसी से झगडा हो गया है। जिसमें सामने वाले को चोटें आईं हैं, अगर उसका इलाज नहीं करवाया तो पुलिस कार्रवाई कर सकती है। झांसे में आकर प्रेमचंद ने कुल तीन किस्तों में ठगों को साढ़े सात लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। ठगी की जानकारी होने पर उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 1930 में घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए खाते को फ्रीज करवाकर उनके ढाई लाख रुपये वापस करवाए।

कनाडा से डिपोर्ट होने का डर दिखाकर ठगी

इसी तरह की ठगी का एक मामला कैथल निवासी साहब सिंह के साथ भी हुआ। साहब सिंह को ठगों ने कनाडा से वकील बनकर फोन किया और कनाडा में रह रहे साहब सिंह के रिश्तेदार को पुलिस से लड़ाई होने व डिपोर्ट करने का डर दिखाया। झांसे में आकर साहब सिंह ने भी ठगों के खाते में एक लाख रुपये भेज दिए, लेकिन साहब सिंह को समय रहते ही ठगी की जानकरी हो गई। जिसके बाद शिकायत करने पर उनके 90 हजार रुपये बचा लिए गये।

पंजाब और हरियाणा से ही ज्यादा मामले

चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। इनका सबसे बड़ा कारण है कि इन क्षेत्रों के बहुत लोग विदेशों में पढाई और काम के सिलसिले में रह रहे हैं। ठगों को सोशल मीडिया के जरिये आसानी से ऐसे लोगों के बारे में पता चल जाता है। जिसके बाद ये शातिर ठग अपना जाल बिछाते हैं। रिश्तेदार या दोस्त दूर हों तो चिंता अधिक होती है, जिसका ये ठग फायदा उठाते हैं।

रहें सावधान, ठगी होने पर यहां कॉल करें

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि हर वो व्यक्ति साइबर ठगों के निशाने पर है, जो किसी ना किसी माध्यम से इन्टरनेट से जुड़ा है। फिर चाहे वो सोशल मीडिया पर एक्टिव हो या इन्टरनेट बैंकिंग चलाता हो। ठग सोशल मीडिया के जरिए आपसे संपर्क बनाते हैं, फिर धीर-धीरे आपकी ना सिर्फ बैंक से जुड़ी जानकारी बल्कि आपके परिवार की जानकारी भी हासिल कर लेते हैं। ऐसे में हमेशा अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स को हमेशा लॉक रखें और अपने परिवार तक ही सीमित रखें। अपने परिवार की कोई भी जानकारी सार्वजनिक ना करें। विदेश में रहने वाले रिश्तेदारों के नाम पर कोई कॉल करता है तो कभी भी जल्दबाजी ना दिखाएं। साइबर अपराध होने पर तुरंत 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।

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