दिल्ली में नए साल से दौड़ेंगी ड्राइवरलेस मेट्रो, तैयारी में जुटा डीएमआरसी
देश की राजधानी दिल्ली में अब जल्द ही बिना ड्राइवर के मैट्रो ट्रेन दौड़ती नजर आएगी। यह तोहफा दिल्ली वालों को नए साल पर मिल सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर के आखिर में देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखा सकते हैं।;
देश की राजधानी दिल्ली में अब जल्द ही बिना ड्राइवर के मैट्रो ट्रेन दौड़ती नजर आएगी। यह तोहफा दिल्ली वालों को नए साल पर मिल सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर के आखिर में देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखा सकते हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम की ट्रेनें जल्द ही ट्रैक पर बिना ड्राइवर दौड़ती नजर आएंगी। ट्रेनों के संचालन की तैयारी की जा रही है।
बताया तो यहां तक जा रहा है कि दिल्ली मेट्रो में बिना ड्राइवर वाली ट्रेन सिस्टम का उद्घाटन अगले साल तक हो जाएगा, जिसके बाद दिल्ली में इस तरह की ट्रेनों के दौड़ने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। दिल्ली मेट्रो से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, बिना ड्राइवर वाली ट्रेन जनकपुरी वेस्ट से बॉटनिकल गार्डन वाले रूट पर चलाई जा सकती है। इसके लिए तैयारी जोरों पर है। वहीं, यह भी जानकारी सामने आ रही है कि दिल्ली में चलने वाली देश की पहली बिना ड्राइवर की ट्रेन का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता दिया जा सकता है।
ये होगा पहला रूट
मिली जानकारी के मुताबिक, बिना ड्राइवर वाली ट्रेनें जनकपुरी वेस्ट से बॉटनिकल गार्डन के बीच दौड़ती नजर आ सकती है। बता दें कि इस रूट पर दिल्ली मेट्रो रेल निगम बिना ड्राइवर वाली ट्रेनों का ट्रायल कर चुका है। इसकी सफलता को देखते हुए अब दिल्ली मेट्रो आगे बढ़ा है। दुनिया के कई देशों में स्वचालित ट्रेनों यानी बिना ड्राइवर की ट्रेनों के संचालन किया जाता था।
ट्रायल के दौरान 2017 में हुआ था ऐसा
यहां पर बता दें कि दिसंबर, 2017 में दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर ट्रायल के लिए चलाई गई स्वचालित मेट्रो बेपटरी हो गई थी। ट्रायल के दौरान स्वचालित मेट्रो कालिंदी कुंज डिपो में दीवार से जा टकराई। इस दौरान टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मेट्रो ट्रेन दीवार तोड़कर बाहर निकल गई। इस भीषण टक्कर के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया था। कुछ ही दूरी पर सड़क मार्ग भी था, ऐसे में अगर मेट्रो ट्रेन थोड़ा और आगे जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। खैर, इससे जानमाल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था।