Indigo Tail Strike: DGCA ने इंडिगो पर लगाया 30 लाख का जुर्माना, जानिए क्या रहा कारण

Indigo Tail Strike: इंडिगो एयरलाइन पर डीजीसीए ने छह महीने में चार बार टेल स्ट्राइक पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। डीजीसीए (DGCA) ने जांच के दौरान कई तरह की खामी पाई थी, जिसके बाद इतनी बड़ी कार्रवाई की है। साथ ही, तकनीकी उपकरणों में सुधार के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।;

Update: 2023-07-28 10:59 GMT

Indigo Tail Strike: इंडिगो पर डीजीसीए ने बड़ी कार्रवाई की है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने आज छह महीने के अंदर ए321 विमान पर चार टेल स्ट्राइक की घटनाओं के लिए इंडिगो एयरलाइन पर 30 लाख रुपये का भारी जुर्माना लगाया है। डीजीसीए प्रमुख विक्रम देव दत्त ने संचालन, ट्रेनिंग, इंजीनियरिंग और उड़ान से संबंधित डेटा प्रबंधन कार्यक्रम पर इसके विशेष ऑडिट (Special Audit) का आदेश दिया था और इन सभी की जांच की थी।

विशेष ऑडिट में खामी सामने आईं

इन विशेष ऑडिट के बाद इंडिगो की ट्रेनिंग और इंजीनियरिंग प्रक्रिया में कमी सामने आई थी। डीजीसीए ने एयरलाइंस (Airlines) को कारण बताओ नोटिस जारी कर तय समय सीमा के भीतर अपना जवाब देने का निर्देश दिया था। हालांकि, अभी तक दिए गए उत्तर को डीजीसीए ने संतोषजनक नहीं माना। इसके बाद इंडिगो पर 30 लाख रुपये का वित्तीय जुर्माना लगाया गया है। साथ ही, उसे तकनीकी खामियों को सुधारने के लिए भी कहा गया है।

इस सप्ताह की शुरुआत में डीजीसीए ने उन पायलटों के लाइसेंस (License)को रद्द कर दिया था, जिन्होंने 15 जून को अहमदाबाद के लिए A321 (VT-IMW) का संचालन किया था, जिसकी लैंडिंग के दौरान टेल स्ट्राइक हो गई थी। जबकि पायलट-इन-कमांड (PIC) का लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था और को-पायलट के लाइसेंस को एक माह के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। डीजीसीए की जांच से पता चला था कि चालक दल ने सही से एसओपी का पालन नहीं किया था और इसका उल्लंघन करते हुए लैंडिग की थी।

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टेल स्ट्राइक क्या होता है

टेल स्ट्राइक (Tail Strike) तब होता है जब हवाई जहाज का पिछला हिस्सा यानी पूंछ टेकऑफ या लैंडिंग के दौरान रनवे के संपर्क में आता है। ज्यादातर टेल स्ट्राइक लैंडिग के समय में ही होती हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टेल स्ट्राइक अधिकतर पायलट की कमी की वजह से होती है। हालांकि, इसमें खराब मौसम भी एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है।

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