Diwali: टूटा पिछले 10 सालों का आंकड़ा, इस दिवाली 1.25 लाख करोड़ रुपये के सामानों की हुई बिक्री
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अखिल भारतीय व्यापार परिसंघ ने कहा कि इस वर्ष दिवाली पर चीन को लगभग 50 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। सीएआईटी ने कहा है कि उसने पिछले साल 'चीनी सामान के बहिष्कार' का आह्वान किया था।;
भारत (India) में इस साल दिवाली का त्योहार (festival of Diwali) बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया है। इस बार सामानों की बिक्री भी खूब हुई है। अखिल भारतीय व्यापार परिसंघ (CAIT- सीएआईटी) ने इसका दावा किया है कि इस दिवाली (Diwali) के मौके पर 1.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। जोकि पिछले 10 सालों में रिकॉर्ड व्यापार (trade figure) आंकड़ा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अखिल भारतीय व्यापार परिसंघ ने कहा कि इस वर्ष दिवाली पर चीन को लगभग 50 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। सीएआईटी ने कहा है कि उसने पिछले साल 'चीनी सामान के बहिष्कार' का आह्वान किया था। सीएआईटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया का कहना है कि चीन के सामान कम रखने का असर दिखा है। इस वर्ष छोटे कारीगरों, कुम्हारों, शिल्पकारों और स्थानीय कलाकारों ने अपने सामान की अधिक सेल की है।
For #Diwali festival sales, people thronged the markets and helped in generating huge business to the tune of Rs 1.25 lakh crores which is record trade figure in last 10 years on the occasion of Diwali: Confederation of All India Traders (CAIT) pic.twitter.com/EYvMndJNK9
— ANI (@ANI) November 5, 2021
अखिल भारतीय व्यापार परिसंघ के मुताबिक, दिवाली में खास तौर पर एफएमसीजी सामान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और सफेद सामान, उपभोक्ता सामान, रसोई के सामान और सहायक उपकरण, खिलौने, बिजली के उपकरण और सामान, उपहार के सामान, मिठाई, होम फर्निशिंग, टेपेस्ट्री, जूते, बर्तन, सोना और गहने, घड़ियां आदि की खरीदारी बहुत हुई है।
इसके अलावा कपड़े, घर की सजावट के सामान, फर्नीचर, फैशन परिधान, मिट्टी के दीयों सहित दिवाली पूजा के सामान, देवता, दीवार पर लटकने वाली सजावटी वस्तुएं, हस्तशिल्प के सामान, वस्त्र, शुभ-लाभ वंदनवार, ओम जैसे सौभाग्य के प्रतीक, त्योहारी सीजन में घर की साज-सज्जा आदि में अधिक कारोबार हुआ है।