Dussehra Update: दिल्ली समेत देश के कई शहरों में हुआ रावण दहन, महाराष्ट्र में उद्धव और शिंदे गुट की रैली

देशभर में बुधवार को दशहरा का उत्सव मनाया गया। दिल्ली, एनसीआर और हरियाणा समेत कई शहरों में रावण दहन हुआ। वहीं दूसरी तरफ मुंबई में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट की दशहरा रैली हुई।;

Update: 2022-10-05 13:56 GMT

पूरे देश में दशहरा उत्सव धूमधाम से मनाया गया।। नौ दिनों का पर्व उत्सव 10वें दिन रावण दहन के साथ समाप्त हो गया। नवरात्रि और दुर्गा पूजा लगभग खत्म हो चुकी है। नवरात्रि के नौवें दिन के ठीक एक दिन बाद विजयादशमी यानी दशहरे का पर्व मनाया गया। दिल्ली, हरियाणा समेत देश के कई शहरों में रावण दहन हुआ। वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट के नेता एमएमआरडीए मैदान में शिवसेना की दशहरा रैली में शामिल हुए। उद्धव ठाकरे ने भी रैली को संबोधित किया।

प्राचीन हिंदू महाकाव्य रामायण के अनुसार, भगवान राम रावण पर विजयी हुए थे। प्रतिष्ठित और नाटकीय रामलीलाएं रामायण में सामने आई कहानी को पिक्चर्स के जरिए दिखाते हैं। दिल्ली के रामलीला मैदान में देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने रावण दहन कर दिया है।

दिल्ली के लाल किला मैदान और रामलीला मैदान में रावण दहन किया गया है. दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना और पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के साथ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राम लीला मैदान में दशहरा समारोह में शामिल हुए।

देश के बाकी हिस्सों में भी रावण दहन हो गया है। दशहरे के मौके पर लद्दाख के लेह के पोलो ग्राउंड में रावण दहन हो चुका है। वहीं पंजाब के लुधियाना के दरसी ग्राउंड में दशहरे के मौके पर रावण दहन किया गया। इसी दौरान देहरादून, अमृतसर और पटन के परेड ग्राउंड में रावण दहन किया गया। यमुनानगर में रावण दहन के दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया जहां लोगों पर रावण का पुतला गिरा। कुछ लोग घायल हो गए। 

महाराष्ट्र में उद्धव और शिंदे गुट की रैली

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट के नेता एमएमआरडीए मैदान में शिवसेना दशहरा रैली में शामिल हुए। शिंदे ने बालासाहेब ठाकरे की कुर्सी पर दी श्रद्धांजलि। उत्तर प्रदेश के अयोध्या से 51 फीट तलवार की 'शस्त्र पूजा' के लिए एक महंत को बुलाया गया था। शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने मुंबई के दादर में शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दूसरे गुट पर जमकर निशाना साधा।

शिवसेना में फूट के बाद पहली दशहरा सभा में पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उन विधायकों और सांसदों की कड़ी आलोचना की। जिन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ उनके साथ बगावत की थी। उद्धव ठाकरे ने पहली बार एकनाथ शिंदे का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने उन्हें उन 7 लोगों में से एक के रूप में सम्मानित किया। जिन्होंने महाविकास अघाड़ी सरकार के गठन के बाद पहली बार शपथ ली थी। साथ ही शिवसेना के कुछ लोगों ने विश्वासघात किया। हां... इसे देशद्रोही ही कहेंगे। क्योंकि अगर मंत्री पद की कुर्सियां अभी उनके नीचे अटकी हुई हैं। तो एक दिन वे चली जाएंगी। लेकिन उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा है कि माथे पर विश्वासघात की मुहर नहीं मिटेगी।


Tags:    

Similar News