Earth Day 2022 Google Doodle: गूगल ने अर्थ डे पर बनाया ये खास डूडल एनिमेशन, दिखाया कैसे बदल रहा पर्यावरण, देखें तस्वीरें
विश्व पृथ्वी दिवस पर इस बार गूगल ने एक एनिमेशन डूडल बनाया है। जिसमें 4 जगहों की एक सीरीज है। इस एनिमेशन के जरिए बताया जा रहा है कि जलवायु परिवर्तन ने धरती को समय समय पर कैसे प्रभावित किया है।;
विश्व पृथ्वी दिवस (World Earth Day 2022) हर साल 22 अप्रैल को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को खास मनाने के लिए गूगल Google) ने भी एक खास एनिमेशन वाला डूडल (Doodle Animation) बनाया है। साथ ही इसका मकसद होता है कि लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक हों और धरती के महत्व को समझें। इस बार डूडल के जरिए क्लाइमेट चेंज दिखाकर लोगों को जागरूक कर रहा है।
इस बार गूगल ने एक एनिमेशन डूडल बनाया है। जिसमें 4 जगहों की एक सीरीज है। इस एनिमेशन के जरिए बताया जा रहा है कि जलवायु परिवर्तन ने धरती को समय समय पर कैसे प्रभावित किया है। डूडल एनिमेशन में कई अलग अलग जगहों की तस्वीरों को दिखाया गया है।
बता दें कि जलवायु परिवर्तन का तात्पर्य केवल तापमान और मौसम के पैटर्न में दीर्घकालिक परिवर्तन से है। यह बदलाव कई तरह से हो सकता है। यह प्राकृतिक साधनों से भी हो सकता है, इसमें सौर चक्र में परिवर्तन के माध्यम से भी हो सकता है। लेकिन 1800 के बाद मुख्य रूप से हम इंसान ही जलवायु परिवर्तन का कारण बने हैं।
गूगल ने जानकारी देते हुए कहा कि पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन का प्रमुख कारण ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन पृथ्वी को ढक लेती हैं। इससे ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन होता है। दुनिया में अब तक रिकॉर्ड किए गए इतिहास में किसी भी बिंदु की तुलना में तेजी से गर्म हो रही है। लोगों को घर पर अधिक ऊर्जा बचाने, सार्वजनिक परिवहन को काम पर ले जाने और अधिक सब्जियां और कम मांस खाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। गूगल डूडल के लिए यहां Doodle पर क्लिक करें...
ऐसे हुई विश्व पृथ्वी दिवस की शुरुआत...
कहते हैं कि दुनिया में सबसे पहले 22 अप्रैल 1970 को पहली यह खास दिन मनाने की शुरूआत हुई थी। अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने विश्व पृथ्वी दिवस को मनाने पहली बार मनाया। पृथ्वी जो हमारा पोषण करती है। लेकिन पर्यावरण असंतुलन के कारण उसकी दशा दयनीय होती जा रही है। ऐसे में लोग पृथ्वी के प्रति अपने कर्तव्यों को समझते हैं और इसे बेहतर बनाने में अपना योगदान देते हैं। इसी वजह से हर साल 22 अप्रैल को पुरी दुनिया को जलवायु पर्यावरण के बारे में जगरूक किया जाता है।