UP-MP समेत हरियाणा और बिहार में ED ने VIVO के 44 ठिकानों पर की छापेमारी, ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
जा मामला चाइनीज कंपनी शाओमी (Xiomi) के बाद अब वीवो (Vivo) से जुड़ा है। स्मार्टफोन बनाने वाली वीवो कंपनी के 44 ठिकानों पर मंगलवार को ईडी ने छापेमारी की है।;
इन दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ED) चीनी कंपनियों के खातों की जांच तेजी से कर रही है। ताजा मामला चाइनीज कंपनी शाओमी (Xiomi) के बाद अब वीवो (Vivo) से जुड़ा है। स्मार्टफोन बनाने वाली वीवो कंपनी के 44 ठिकानों पर मंगलवार को ईडी ने छापेमारी की हैं। अभी भी ईडी की कार्रवाई जारी है। बताया गया है कि कंपनी ने अरबों रुपये का हेरफेर किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की स्मार्ट फोन बनाने वाली कंपनी वीवो और उसके साथ काम करने वाली अन्य कंपनियों पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप के तहत 44 ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई चल रही है। यह छापेमारी पीएमएलए एक्ट के तहत हो रही है।
अधिकारी ने बताया कि ईडी वीवो और उससे जुड़ी कंपनियों से संबंधित 44 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। यह छापेमारी बिहार, झारखंड, यूपी, हिमाचल, एमपी, पंजाब और हरियाणा राज्यों में हो रही है। बीते महीने, मोबाइल फोन निर्माता जम्मू कश्मीर डिस्ट्रीब्यूटर ग्रैंड प्रोस्पेक्टस इंटरनेशनल कम्यूनिकेशन की प्रवर्तन विभाग के अंतर्गत जांच हुई और इससे पहले कॉरपोरेट मंत्रालय ने पाया कि कम से कम दो चीनी शेयरहोल्डरों ने जाली डॉक्यूमेंट्स और फर्जी भारतीय पता जमा किए हैं। इस मामले को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने उठाया था।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डिस्ट्रीब्यूटर ने खुद को चीन की वीवो कंपनी का सहायक बताया और अधिकारिक कंपनी रिकॉर्ड में फर्जी दस्तावेजों की जानकारी दी। जांच में पता चला कि उसमें से एक पता शिलांग के पूर्व मुख्य सचिव का था और दूसरा पता हिमाचल प्रदेश के एक गार्ड रूम का था। दोनों ही पते फर्जी थे। फिलहाल, ईडी मामले की जांच कर रही है।