पंजाब चुनाव से पहले सीएम के रिश्तेदारों के यहां ED की रेड, जानें क्या बोले चरणजीत सिंह चन्नी
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के यहां छापेमारी की है। जिसके बाद चन्नी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।;
पंजाब (Punjab) में अगले महीने विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के लिए वोटिंग होनी है। उससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के यहां छापेमारी की है। अवैध रेत खनन से संबंधित धन शोधन की रोकथाम के मामले में ईडी ने कार्रवाई की है। 10 जगहों पर छापेमारी की गई है। जो अभी भी जारी है।
ईडी की रेड को लेकर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि रेड अभी जारी है। वे मुझे निशाना बना रहे हैं और विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुझपर दबाव बनाने की कोशिश है। लेकिन यह लोकतंत्र में सही नहीं है। हम इस लड़ाई के खिलाफ तैयार हैं। बंगाल चुनाव के दौरान भी इसी तरह की ईडी के द्वारा छापेमारी की गई थी।
Raid is being conducted (on the premises of his relative). They're targetting me & trying to put pressure on me in view of upcoming Assembly polls. This is not good for democracy. We're ready to fight this. The same thing happened during WB elections: Punjab CM Charanjit S Channi pic.twitter.com/HlAyUjlNHC
— ANI (@ANI) January 18, 2022
एक सूत्र ने बताया कि ईडी की टीम ने मंगलवार तड़के सुबह हनी के होमलैंड हाइट्स स्थित आवास पर सबसे पहले छापेमारी की। किसी को भी घर से निकलने की इजाजत नहीं थी। ईडी ने कई दस्तावेज और गैजेट को कब्जे में ले लिया है और जांच की जा रही है। सूत्र ने बताया कि अवैध बालू खनन मामले में पंजाब में दस जगहों पर ईडी की छापेमारी चल रही है।
पंजाब में राजनीतिक दलों ने पहले भी कई बार मुख्यमंत्री पर अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में अवैध खनन का आरोप लगाया था। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने चल रहे अवैध रेत खनन रैकेट को लेकर कई बार ट्वीट किया था। उन्होंने ट्वीट किया था कि पंजाब के सीएम चन्नी इसे रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। स्थानीय पुलिस पहले से ही मामले की जांच कर रही थी और स्थानीय पुलिस जांच के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। ईडी ने चल रहे छापे के संबंध में कोई बयान नहीं दिया है। सूत्रों ने बताया कि एक बार छापेमारी खत्म होने के बाद ही जांच एजेंसी कोई बयान जारी करेगी।