ईपीएएफओ ने पीएफ खाताधारकों को दी एक और बड़ी राहत, किसी भी कार्यालय में होगा पीएफ दावों का निपटारा

देश में कोरोना संकट के इस दौर में नौकरीपेशा करने वाले कर्मचारियों के लिए ईपीएफओ ने पीएफ खातो से भविष्य निधि, पेंशन, आंशिक निकासी के साथ दावों और हस्तांतरित दावों की प्रक्रिया में व्यापक बदलाव किया है। मलसन अब ईपीएफओ के अंशधारकों के सभी प्रकार के दावों का निपटान किसी भी नजदीकी ईपीएफओ कार्यालय से किया जा सकता है।;

Update: 2020-06-16 17:24 GMT

देश में कोरोना संकट के इस दौर में नौकरीपेशा करने वाले कर्मचारियों के लिए ईपीएफओ ने पीएफ खातो से भविष्य निधि, पेंशन, आंशिक निकासी के साथ दावों और हस्तांतरित दावों की प्रक्रिया में व्यापक बदलाव किया है। मलसन अब ईपीएफओ के अंशधारकों के सभी प्रकार के दावों का निपटान किसी भी नजदीकी ईपीएफओ कार्यालय से किया जा सकता है। वहीं कर्मचारियों को पीएफ खातों से पैसा निकालने में भी आसानी होगी।

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने सदस्यों के दावों के निपटान में तेजी लाने के लिए देशभर में यह नई सुविधा शुरू की है। मंत्रालय के अनुसार देशभर में ईपीएफओ द्वारा अपनी सेवा वितरण के समान मानकों को सुनिश्चित करने, खासतौर से कोरोना महामारी के दौरान अपने कार्यबल का सर्वोत्कृष्ट उपयोग करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।

इस दिशा में ईपीएफओ ने देशभर में किसी भी ईपीएफओ कार्यालय यानि विभिन्न स्थानों से अपने अंशधारकों के दावों के निपटान की सुविधा को शुरू की है। इस नई सेवा के तहत देशभर में ईपीएफओ कार्यालयों या किसी भी क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से ऑनलाइन दावों का निपटारा करने की अनुमति दी गई है। मसलन इस पहल के जरिए सभी प्रकार के ऑनलाइन दावों यानी भविष्य निधि, पेंशन, आंशिक निकासी और हस्तांतरित दावों की प्रक्रिया पूरी की जा सकेगी।

ईपीएफओ के 135 क्षेत्रीय कार्यालय

मंत्रालय के अनुसार ईपीएफओ के देशभर में 135 क्षेत्रीय कार्यालय कार्यरत है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण मुंबई, ठाणे, हरियाणा और चेन्नई क्षेत्र में कई कार्यालय सीमित कर्मचारियों के साथ काम कर रहे हैं, जबकि अन्य कार्याल्य 50 फीसद कार्यबल के साथ काम कर रहे हैँ। यही कारण है कि ईपीएफओ में दावों की संख्या बढ़ने से लंबित मामलों की संख्या बढ़ रही है। इन लंबित दावों के निपटान और अंशधारकों को राहत देने की दिशा में ईपीएफओ ने लंबित दावों के काम को सभी कार्यालयों को बराबर संख्या में वितरित करके शीघ्र निपटारा करने का फैसला किया है। हालांकि हाल ही में शुरू किए गए ऑटो सेटलमेंट मोड की मदद से कोरोना संबन्धी दावों के निपटान की अवधि को कम करके 3 दिनों तक किया जा रहा है। ईपीएफओ की इस पहल से विभिन्न स्थानों से दावा निपटान सुविधा के द्वारा दावा प्रक्रिया के लिए भौगोलिक क्षेत्राधिकार की मौजूदा प्रणाली से बाहर निकल गया है। यह कदम पूरे देश में ईपीएफओ के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यबल के सबसे सटीक जुड़ाव के माध्यम से दावा निपटान प्रक्रिया को तेजी से ट्रैक करने में सक्षम साबित होगा।

गुरुग्राम के दावे का पंजाब में समाधान

मंत्रालय के अनुसार ईपीएफओ ने अपने अंशधाराकों की समस्या के समाधान को सरल एवं सुगम बनाने के मकसद से इस पहल में अनुभव किया है। मसलन इस अग्रणी परियोजना के अंतर्गत बहु-स्थानीय दावों का पहला बैच 10 जून को गुरुग्राम क्षेत्र के लिए निर्धारित किया गया। इसके तहत गुरुग्राम क्षेत्र के क्षेत्रीय कार्यालय से संबंधित कर्मचारियों के दावों का निपटारा चंडीगढ़, लुधियाना और जालंधर कार्यालयों में तैनात ईपीएफओ के कर्मचारियों द्वारा किया गया। दावों के निपटान के बाद गुरुग्राम कार्यालय से पीएफ खाताधारकों के व्यक्तिगत बैंक खातों में धनराशि हस्तांतरित की गई है। इसी अनुभव के आधार पर ईपीएफओ ने देशभर में इस प्रक्रिया को अपनाते हुए सभी क्षेत्रीय कार्यालयो में दावों के निपटान की अनुमति दी है। इसकी शुरूआत के बाद से, नियंत्रित क्षेत्रों में आने वाले कार्यालयों से संबंधित दावों को त्वरित प्रक्रिया के लिए अन्य स्थानों के कार्यालयों में वितरित किया जा रहा है।

80 हजार से ज्यादा दावों को निपटान

ईपीएफओ के अधिकारी और कर्मचारी अपने समर्पण और निरंतर नई पद्धतियों के माध्यम से कोरोना महामारी प्रतिबंधों के कारण अपने कामकाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के बावजूद 1 अप्रैल 2020 से प्रति कार्य दिवस में 270 करोड़ रुपये की राशि के 80 हजार से ज्यादा दावों का निपटान किया है। विभिन्न स्थानों से दावा निपटान सुविधा के साथ संकट के दौरान ईपीएफओ अपने 6 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों के लिए सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेवा वितरण में उच्च मानकों को प्राप्त करने के लिए तैयार है।

Tags:    

Similar News