ईपीएफओ का उमंग से कर्मचारियों को मिली राहत, आप ऐसे उठाएं लाभ

देश में कोरोना काल में देश के करोड़ो कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए केंद्र सरकार ने उनकी सुविधा के लिए कई योजनाओं को शुरू किया, जिसमें कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का यूनिफाइड मोबाइल एप्लिकेशन फॉर न्यू-एज गवर्नेंस (उमंग) एप बेहद प्रभावकारी एवं लोकप्रिय साबित हुआ।;

Update: 2020-08-11 08:23 GMT

देश में कोरोना काल में देश के करोड़ो कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए केंद्र सरकार ने उनकी सुविधा के लिए कई योजनाओं को शुरू किया, जिसमें कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का यूनिफाइड मोबाइल एप्लिकेशन फॉर न्यू-एज गवर्नेंस (उमंग) एप बेहद प्रभावकारी एवं लोकप्रिय साबित हुआ।

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि खासतौर से कोरोना संकट के दौरान 'उमंग' एप के जरिए अंशधारकों को घर बैठे ही बिना किसी बाधा के निरंतर सेवाएं मिलती रहीं। मंत्रालय के अनुसार कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में अप्रैल से जुलाई के दौरान 'उमंग' एप के जरिए कुल 11.27 लाख दावे दाखिल या प्रस्तुत किए गए।

यह दिसम्बर 2019 से मार्च 2020 तक की कोविड-19 से पहले की अवधि की तुलना में 180 प्रतिशत अधिक है, क्योंकि इस दौरान एप के जरिए केवल 3.97 लाख दावे ही प्रस्तुत किए गए थे। उमंग एप से सदस्यों को कोविड-19 महामारी के दौरान कहीं भी आने-जाने पर लगी पाबंदी के बावजूद ईपीएफओ की सेवाएं प्राप्त करने में कोई भी परेशानी नहीं उठानी पड़ी।

मंत्रालय ने कहा कि उमंग एप के जरिए सदस्यों ने जिस सर्वाधिक लोकप्रिय सेवा का काफी उपयोग किया वह 'व्यू मेम्बर पासबुक' है। अगस्त 2019 से जुलाई 2020 तक की अवधि के दौरान इस सेवा को ईपीएफओ के सदस्य पोर्टल के जरिए ईपीएफ सदस्यों की ओर से 27.55 करोड़ व्यूवरशिप मिली, जबकि उमंग एप के जरिए 'व्यू मेम्बर पासबुक' की इसी सुविधा को 244.77 करोड़ एपीआई हिट मिले।

66 लाख पेंशनधारियों ने भी उठाया लाभ

मंत्रालय के अनुसार उमंग एप के जरिए ईपीएफओ ने अपने 66 लाख पेंशनभोगियों को घर बैठे ही सुरक्षित ढंग से अपनी सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए ईपीएफओ ने 'व्यू पेंशनर पासबुक' सुविधा के साथ-साथ उमंग एप पर 'जीवन प्रमाण पत्र' को अपडेट करने की भी सुविधा दी है। इन दोनों ही सेवाओं का व्यापक उपयोग मौजूदा पेंशनभोगियों ने किया है।

अप्रैल से जुलाई 2020 तक की कोविड-19 महामारी अवधि के दौरान 'व्यू पेंशनर पासबुक' को 18.52 लाख एपीआई हिट मिले, जबकि अद्यतन जीवन प्रमाण पत्र सेवा को 29,773 एपीआई हिट मिले। अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं में 'यूएएन एक्टिवेशन' को 21,27,942 एपीआई हिट मिले, जबकि ईकेवाईसी सेवाओं को अप्रैल-जुलाई 2020 अवधि के दौरान उमंग एप पर 13,21,07,910 एपीआई हिट मिले।

ऐसे काम करता है 'उमंग'

मंत्रालय के मुताबिक मौजूदा समय में कोई भी पीएफ सदस्य 'उमंग' एप का उपयोग कर अपने मोबाइल फोन पर ईपीएफओ की 16 विभिन्न सेवाएं प्राप्त कर सकता है। ये सेवाएं पाने के लिए एक सक्रिय यूएएन और ईपीएफओ में पंजीकृत मोबाइल नंबर रहना आवश्यक है। उमंग एप पर कोई भी सदस्य अपना दावा (क्लेम) दर्ज कर सकता है, उस पर करीबी नजर रख सकता है और अपने क्लेम की ताजा स्थिति जान सकता है।

एप पर 90 फीसदी की मौजूदगी

भारत में स्मार्टफोन रखने वालों की संख्या बढ़ने की बदौलत डिजिटल खाई को पाटने में मदद मिली है। वहीं 'उमंग' पर ईपीएफओ सबसे बड़ा संगठन बन गया है। जिसने एप पर 90 प्रतिशत से भी अधिक मौजूदगी दर्ज की है।

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