Farmers Protest: किसान यूनियन ने किया बड़ा ऐलान, हम बुराड़ी कभी नहीं जाएंगे, वो है ओपन जेल
समाचार एजेंसी एएआई के मुताबिक, सिंघु बॉर्डर पर बीकेयू क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत एस फूल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सरकार द्वारा बातचीत के लिए जो कंडीशन थी हम उसे किसान संगठनों का अपमान मानते हैं।;
किसानों का केंद्र सरकार के नए कृषि कानून को वापस लेने और अपनी फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन जारी है। किसान पीछे हटने के लिए कताई तैयार नहीं हैं। किसान संघों ने आज बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। इसके बाद बैठक के फैसले की जानकारी देने के लिए किसान संघ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान बताया कि हम सरकार की ओर से बुराड़ी में प्रदर्शन करने का प्रस्तव नामंजूर करते हैं। किसान संगठन बिना शर्त के सरकार से बातचीत चाहता है।
समाचार एजेंसी एएआई के मुताबिक, सिंघु बॉर्डर पर बीकेयू क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत एस फूल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सरकार द्वारा बातचीत के लिए जो कंडीशन थी हम उसे किसान संगठनों का अपमान मानते हैं। अब हम बुराड़ी पार्क में बिलकुल नहीं जाएंगे। हमें पता चला है कि वो पार्क नहीं ओपन ज़ेल है। हम ओपन ज़ेल में जाने की बजाय 5 मेन मार्ग जाम कर दिल्ली की घेराबंदी करेंगे। दिल्ली पुलिस ने उत्तराखंड किसान एसोसिएशन के अध्यक्ष से कहा कि वे उन्हें जंतर मंतर ले जाएंगे, लेकिन उन्हें बुराड़ी पार्क में बंद कर दिया। किसानों ने कहा कि हमारे पास पर्याप्त राशन हैं। चार महीने तक हम रोड पर बैठ सकते हैं।
हमने तय किया है कि हम किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता को अपने मंच पर बोलने की अनुमति नहीं देंगे। चाहे वह कांग्रेस, भाजपा, आप या अन्य दल हों। हमारी समिति अन्य संगठनों को, जो हमारा समर्थन कर रही हैं, बोलने के लिए अनुमति देंगी यदि वे हमारे नियमों का पालन करते हैं तब। वहीं, किसान नेता हरमीत सिंह कादियां ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हमने फैसला लिया कि सभी बॉर्डर और रोड ऐसे ही ब्लॉक रहेंगे। गृह मंत्री ने शर्त रखी थी कि अगर हम मैदान में धरना देते हैं तो वो तुरंत मीटिंग के लिए बुला लेंगे। हमने शर्त खारिज़ कर दी है। अगर वो बिना शर्त के मीटिंग के लिए बुलाएंगे तो ही हम जाएंगे।