मुर्शिदाबाद जिले के एक गांव में टीवी देखने, गाना सुनने, कैरम खेलने व मोबाइल चलाने पर प्रतिबंध, सोशल रिफॉर्म्स कमेटी ने जारी किया फतवा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह फतवा ‘सोशल रिफॉर्म्स कमेटी’ के बैनर तले जारी किया गया है। कमेटी का कहना है कि यदि कोई फतवे का उल्लंघन करता पाया जाएगा तो उस पर 500 रुपये से लेकर 7000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा।;
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के एक मुस्लिम बहुल गांव में फतवा जारी कर कई चीजों पर प्रतिबंध लगाया गया है। गांव के प्रधान द्वारा जारी किए गए फतवे में टीवी देखने, कैरम खेलने, लॉटरी खरीदना, शराब पीना और मोबाइल या कम्प्यूटर का इस्तेमाल करके गाने सुनना प्रतिबंध लगाया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह फतवा 'सोशल रिफॉर्म्स कमेटी' के बैनर तले जारी किया गया है। कमेटी का कहना है कि यदि कोई फतवे का उल्लंघन करता पाया जाएगा तो उस पर 500 रुपये से लेकर 7000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा।
इतना ही नहीं यदि कोई इन फतवे का नहीं मानता है तो उसे सजा के तौर पर कान पकड़ कर उठक-बैठक कराई जाएगी। साथ ही सजा के तौर पर सिर मुंडवाने का भी प्रावधान है। ये फतवा बांग्लादेश बॉर्डर से सटे मुर्शिदाबाद जिले के अद्वैतनगर गांव में एक बैठक के बाद जारी किया गया है। इस गांव की जनसंख्या करीब 12 हजार है। ये गांव बंगाल और झारखंड की सीमा पर स्थित रघुनाथगंज अनुमंडल में आते हैं।
अद्वैतनगर सोशल रिफॉर्म्स कमेटी के सचिव अज़हरुल शेख का कहना है। युवा वर्ग इन सबकी वजह से नैतिक और सांस्कृतिक पतन की तरफ से उन्मुख हो रहा है। इसलिए कुछ क्रियाकलापों को प्रतिबंधित किया गया है। गांव के युवाओं को ऐसी फिल्में, गाने और सीरियल देखने की इजाजत कतई नहीं दे सकते, जो इस्लाम के मजहबी नियम-क़ानूनों के अंतर्गत फिट नहीं बैठता हो। रिपोर्ट के अनुसार यह फतवा 9 अगस्त को जारी किया गया है।