राम के बाद बुद्ध को नेपाली बताने पर विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान, जानें क्या है पूरा विवाद
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के भगवान बुद्ध से जुड़े एक बयान को लेकर आज विदेश मंत्रालय ने स्पष्टीकरण जारी किया।;
नेपाल और भारत के बीच राम को लेकर जहां विवाद चल रहा है। वहीं अब महात्मा बुद्ध की जन्मस्थली को लेकर भी विवाद बढ़ गया है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के भगवान बुद्ध से जुड़े एक बयान को लेकर आज विदेश मंत्रालय ने स्पष्टीकरण जारी किया।
भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि इस बात में कोई शक नहीं है कि भगवान बुध का जन्म लुंबिनी में हुआ और यह स्थान नेपाल में है। विदेश मंत्रालय के इस बयान के बाद नेपाल भड़क गया है
जानकारी के लिए बता दें कि सीआईआई शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भगवान बुद्ध को भारतीय कहा था और इसको लेकर नेपाल ने आपत्ति जताई थी। एस जयशंकर के बयान पर नेपाल ने कहा कि ऐतिहासिक और पुरातात्विक सबूतों से साबित होता है कि गौतम बुध का जन्म नेपाल के लुंबिनी में हुआ था।
विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा सीआईआई के एक कार्यक्रम में दिए गए बयान के हवाले से मीडिया की तरफ से पूछे गए एक सवाल के जवाब में नेपाल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह बात कही। वहीं दूसरी तरफ नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली में भगवान राम को नेपाली बताया है जिसको लेकर लगातार बयानबाजी चल रही है
नेपाल के पीएम ने कहा था कि असली अयोध्या नेपाल में है, न कि भारत में। भगवान राम नेपाली हैं न कि भारतीय। वहीं नेपाल के पीएम ने भगवान राम की मूर्ति बनाने के आदेश भी जारी कर दिए हैं।