नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का बदला नाम, अब PMMS होगा, कांग्रेस ने सरकार को घेरा
दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) के नाम में बदलाव किया गया है। अब इसे प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड सोसाइटी (PMMS) के नाम से जाना जाएगा। इस पर सियासत भी शुरु हो गई है। कांग्रेस ने पीएम मोदी पर जुबानी हमला बोला है।;
दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) के नाम में बदलाव किया गया है। इसको अब प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड सोसाइटी (PMMS) के नाम से जाना जाएगा। गुरुवार को एनएमएमएल सोसाइटी की एक खास बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया था, जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी। वह इस सोयासटी के उपाध्यक्ष हैं। सोसाइटी ने फैसला लिया कि जवाहर लाल नेहरू का नाम अब परिसर से हटा दिया जाएगा। इस पर कांग्रेस ने सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की है।
कांग्रेस ने बोला जुबानी हमला
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के लिए पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि NMML एक पुस्तकों का खजाना रहा है। अब से इसे प्रधानमंत्री संग्रहालय और सोसायटी कहा जाएगा। साथ ही, कहा कि नाम बदलना छोटी सोच को दर्शाता है और लोगों के दिलों से नेहरू का नाम नहीं निकाला जा सकता है।
इसके अध्यक्ष पीएम मोदी
NMML सोसायटी के अध्यक्ष के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) हैं। वहीं, इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी किशन रेड्डी और अनुराग ठाकुर भी शामिल हैं। एडविन लुटियंस की राजधानी के रूप में इसका निर्माण 1929-30 में किया गया था। आजादी मिलने के बाद वर्ष 1948 में भारत के पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) का आधिकारिक आवास स्थल बन गया था। नेहरू ने अपनी मृत्यु तक यहां पर 16 साल बिताए थे।
Also Read: पूर्व पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी को दी नसीहत, कहा- यहां छेड़छाड़ हुई तो...
इसके बाद तत्कालीन सरकार के द्वारा निर्णय लिया गया कि तीन मूर्ति हाउस को नेहरू को समर्पित किया जाना चाहिए और इसमें एक म्यूजियम और लाइब्रेरी को बनाया जाना चाहिए। 14 नवंबर, 1964 को इसका उद्घाटन एस. राधाकृष्णन ने किया था। हालांकि, अप्रैल 2022 में इसे फिर से तैयार किया गया और प्रधान मंत्री म्यूजियम के रूप में खोला गया, जो देश के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित था।