MS Swaminathan: एमएस स्वामीनाथन को राष्ट्रपति-PM मोदी समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि, लिखा भावुक संदेश

MS Swaminathan: भारत की हरित क्रांति के नेता एमएस स्वामीनाथन का गुरुवार को 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन पर पीएम मोदी, राष्ट्रपति मुर्मू और राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने दुख जताया है।;

Update: 2023-09-28 10:01 GMT

MS Swaminathan: प्रतिष्ठित कृषि वैज्ञानिक और भारत की हरित क्रांति के नेता एमएस स्वामीनाथन का गुरुवार को 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह चेन्नई में एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक और प्रमुख थे। उनके निधन के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी श्रद्धांजलि

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एमएस स्वामीनाथन के निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए एक ट्वीट (एक्स) किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम एस स्वामीनाथन के निधन से मुझे बहुत दुख हुआ है। एक दूरदर्शी व्यक्ति जिसने खाद्य सुरक्षा हासिल करने के लिए अथक प्रयास किया, उसे सही मायने में हरित क्रांति का जनक कहा जाता है, जिसने खाद्यान्न में हमारे देश की आत्मनिर्भरता सुनिश्चित की। उन्होंने कृषि विज्ञान में अग्रणी अनुसंधान का नेतृत्व किया, जिसके लिए उन्हें पद्म विभूषण से लेकर प्रतिष्ठित विश्व खाद्य पुरस्कार तक कई पुरस्कार मिले।

पीएम मोदी ने भी दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि डॉ. एमएस स्वामीनाथन के निधन से गहरा दुख हुआ। हमारे देश के इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवधि में, कृषि में उनके अभूतपूर्व काम ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया और हमारे देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की। उन्होंने आगे लिखा कि कृषि में अपने क्रांतिकारी योगदान के अलावा, डॉ. स्वामीनाथन नवाचार के पावरहाउस और कई लोगों के लिए एक संरक्षक थे। अनुसंधान और मार्गदर्शन के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने अनगिनत वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तकों पर एक अमिट छाप छोड़ी है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा पोस्ट

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एमएस स्वामीनाथन को श्रद्धांजलि देते हुए एक्स पर लिखा कि भारत की कृषि में क्रांति लाने के लिए डॉ. एमएस स्वामीनाथन की दृढ़ प्रतिबद्धता ने हमें एक खाद्य अधिशेष देश में बदल दिया। हरित क्रांति के जनक के रूप में उनकी विरासत को हमेशा याद किया जाएगा। इस दुख की घड़ी में उनके प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी व्यक्त किया दुख

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर कहा कि भारत की हरित क्रांति के प्रमुख वास्तुकार डॉ. एम एस स्वामीनाथन के निधन पर हमारी गहरी संवेदनाएं। एक महान वैज्ञानिक और पद्म विभूषण से सम्मानित, कृषि विज्ञान के क्षेत्र में उनके बेजोड़ योगदान और भारत को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने में उनके परिवर्तनकारी हस्तक्षेप को हमेशा याद रखा जाएगा। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने उन्हें आर्थिक पारिस्थितिकी का जनक कहा है, जो एक अत्यंत योग्य छद्म नाम है।

अरविंद केजरीवाल ने जताया दुख

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि पूज्य पिता एवं भारत की हरित क्रांति के प्रणेता डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी के निधन पर हार्दिक संवेदनाएं। कृषि के क्षेत्र में उनके अतुलनीय कार्यों ने भारत को आत्मनिर्भर बनाया और लाखों लोगों को खाद्य असुरक्षा से बचाया और हमारे देश पर एक अमिट छाप छोड़ी। उनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

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